गोहाना(सुनिल जिंदल): सोनीपत का शुगर मिल इन दिनों काफी चर्चा में है। पिछले सालों की तुलना में सोनीपत का शुगर मिल चीनी और शीरा की क्वालिटी में काफी सुधार कर चुका है और जिसके चलते प्रदेश भर में सोनीपत के शुगर मिल की चीनी और शीरा की डिमांड काफी बढ़ी हुई है। चीनी की क्वालिटी प्रदेश में दूसरे स्थान पर लगातार बरकरार है और वहीं दूसरी तरफ शीरा 941 रु प्रति किवंटल के हिसाब से बेचा है।
शीरे का ये रेट हरियाणा में सबसे ज्यादा है। क्वालिटी में सुधार होने के बाद बाजार में अच्छी क्वालिटी के चलते रेट में भी बढ़ोतरी हुई है। वहीं हरियाणा में सोनीपत के शुगर मिल के एमडी जितेंद्र जोशी ने दावा किया है कि जल्दी सोनीपत का शुगर मिल पहले नंबर पर पहुंचेगा, इसके लिए लगातार उनकी टीम और वे स्वयं प्रयास कर रहे हैं। गौरतलब है कि सोनीपत शूगर मिल की पिराई क्षमता 22 हजार क्विंटल गन्ना प्रतिदिन है। सोनीपत शुगर मिल ने पिछले पिराई सत्र में 32 लाख क्विंटल से अधिक गन्ने की पिराई की थी।
सोनीपत शुगर मिल क्षेत्र के अंतर्गत करीब 185 गांव शामिल है। सोनीपत शुगर मिल क्षेत्र में इस बार गन्ना 16 हजार एकड़ भूमि में उगाया गया है। सोनीपत शुगर मिल ने किसानों के साथ 36 लाख क्विंटल गन्ने की बॉडिंग की है। जितेंद्र जोशी ने बताया कि प्रतिदिन शुगर मिल में 20 से 25000 क्विंटल गन्ना पहुंच रहा है। शुगर मिल में 2000 से 2100 क्विंटल प्रतिदिन चीनी का उत्पादन किया जा रहा है। बाजार में उनके शुगर मिल की चीनी की डिमांड बढ़ी हुई है और जिसके कारण उन्हें रेट भी अच्छा मिल रहा है।