Asian Champions Trophy: भारतीय महिला हॉकी टीम घरेलू मैदान पर एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी (एसीटी) खिताब अपने नाम करने के लिए नए ओलंपिक साइकिल में फिर से शुरुआत करना चाहेगी।टीम ने इसकी शुरुआत सोमवार को निचली रैंकिंग वाली मलेशिया की टीम के साथ मुकाबले में उतरने से करेगी।भारत ने अब तक टूर्नामेंट के सात एडिशन में दो बार, साल 2016 में सिंगापुर में और साल 2023 में रांची में खिताब जीता है।
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कप्तान ने दिया बड़ा बयान- कप्तान सलीमा टेटे ने प्री मैच वर्चुअल मीडिया कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा वो इतना बड़ा टूर्नामेंट खेलने जा रही हूं और उनका पहला मौका है।उन्होंने कहा कि वो कप्तान हैं, इसलिए वो इतने बड़े टूर्नामेंट में अच्छे खेल के लिए बेहद उत्साहित हैं। कप्तान टेटे ने कहा कि उनके साथ टीम भी बहुत उत्साहित है।मलेशिया के खिलाफ मैच खेलने के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम का कोरिया के साथ 12 नवंबर को मुकाबला होगा।उसके बाद 13 नवंबर को आराम करने बाद टीम 14 नवंबर को थाईलैंड का सामना करेगा।
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आसान नहीं है भारत के लिए राह- 16 नवंबर को भारत पेरिस ओलंपिक रजत पदक विजेता चीन को चुनौती देगा और 17 नवंबर को जापान के खिलाफ़ मैच के साथ पूल फेज का समापन करेगा।19 नवंबर को सेमीफाइनल में आगे बढ़ने के लिए भारत को छह टीमों में से शीर्ष चार में जगह बनानी होगी।इसके बाद विजेता 20 नवंबर को होने वाले फाइनल में पहुंचेंगे।ये टूर्नामेंट भारतीय महिला हॉकी टीम की पहली एशियाई प्रतियोगिता है, जिसमें मुख्य कोच हरेंद्र सिंह शामिल हैं, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में कार्यभार संभाला था।