( प्रदीप कुमार ), दिल्ली- थाईलैंड की सीनेट की विदेश मामलों संबंधी स्थायी समिति के चेयरपर्सन, सेनिटर पिकुलकेव क्राइरिक्ष की अध्यक्षता में भारत यात्रा पर आए थाईलैंड की सीनेट के 15 सदस्यीय शिष्टमंडल ने आज संसद भवन परिसर में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की।
ओम बिरला ने थाई शिष्टमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया और भारत और थाईलैंड के मजबूत संबंधों का उल्लेख किया। उन्होंने साझा सांस्कृतिक विरासत और समान मूल्यों की बात भी की, जिससे दोनों देशों के संबंध और अधिक घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण हुए हैं । ओम बिरला ने परस्पर हित के विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने में भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति और थाईलैंड की ‘लुक वेस्ट’ नीति के महत्व पर भी जोर दिया।
इस बैठक के दौरान,ओम बिरला ने भारत यात्रा पर आए शिष्टमंडल को लोक सभा के वर्तमान सत्र और भारत के आगामी आम चुनावों के बारे में जानकारी दी,जो विश्व में सबसे बड़े पैमाने पर आयोजित की जाने वाली लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में से एक है। उन्होंने भारत के मतदाताओं की विशाल संख्या के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि लगभग 900 मिलियन मतदाता संसद के लिए 543 प्रतिनिधियों को चुनते हैं, जिनमें से प्रत्येक प्रतिनिधि लगभग 2 मिलियन लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। श्री बिरला ने भारतीय चुनावों की पारदर्शिता और जीवंतता पर उल्लेख करते हुए कहा कि चूंकि लोग एक उत्सव के समान व्यापक रूप से इस प्रक्रिया में शामिल होते हैं, इसलिए इसे लोकतंत्र का उत्सव कहा जाता है ।
लोक सभा अध्यक्ष ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विशेष रूप से सूचना प्रौद्योगिकी, नवाचार और स्वच्छ ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में उपलब्धियों के बारे में भी जानकारी दी । उन्होंने भारत और थाईलैंड के बीच पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग की अपार संभावनाओं की बात करते हुए इस क्षेत्र में आदान-प्रदान को और अधिक बढ़ावा दिए जाने पर ज़ोर दिया। थाई शिष्टमंडल के सदस्यों ने भारत-थाईलैंड मैत्री समूह की स्थापना के प्रस्ताव सहित कई मुद्दों पर चर्चा की । ओम बिरला ने अगले लोक सभा सत्र में मैत्री समूह के गठन किए जाने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की ।