देश प्रेम की भावना और राष्ट्रभक्ति किस तरह लोगों के अन्दर कूट – कूट कर भरी है इसकी मिसाल आज बाराबंकी में दिखाई दी। जहाँ बाढ़ का कहर भी राष्ट्रभक्ति को नहीं डिगा पाया । बाढ़ के पानी से लबालब विद्यालय में तिरंगा बड़ी शान के साथ फहराया गया और राष्ट्रगान की मुखर ध्वनि ने ये साबित कर दिया कि देश प्रेम से बड़ा कोई प्रेम नहीं है। देश के 74वें स्वतंत्रता दिवस पर ये नजारा आँखों और दिल को सुकून देने वाला था।
आपको बता दें, बाढ़ के चलते बाराबंकी के एक सरकारी स्कूल में इस समय पानी से लबालब भरा पड़ा है। जब बाढ़ के पानी को देखकर शिक्षकों ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए, तब देश प्रेम की भावना से भरे ग्रामीणों ने स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराया और अपने राष्ट्रधर्म को निभाया।
देशभर में आज 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सभी संस्थानों में देश की शान तिरंगा पूरी आन बान और शान के साथ फहराया गया। तो वहीं बाराबंकी के तहसील सिरौली गौसपुर के बाढ़ प्रभावित गाँव सनावा और तेलवारी के विद्यालय में भी तिरंगा फहराया गया। जहाँ कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था क्योंकि यह इलाका बाढ़ से घिरा हुआ है और विद्यालयों में भी पानी पूरी तरह से भरा हुआ है। इस विद्यालय में विषैले जीवों के तैर कर आने जाने के करण यहाँ पालतू जानवर भी नहीं आते हैं। ऐसे में यहाँ झंडारोहण के लिए आना यहाँ उपस्थित लोगों के देश के प्रति श्रद्धा और प्रेम को दर्शाता है। तस्वीरों में खड़े होकर राष्ट्रगान का घोष करते हुए और ग्रामीणों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया और साथ ही इनके मन में किसी विषैले जन्तु का भय भी नहीं दिखाई दे रहा था। अगर कुछ दिखाई दे रहा था तो सिर्फ ” जन गण मन ” और तिरंगा ।
तेलवारी गाँव के निवासी जगपाल सिंह सूर्यवंशी ने बताया कि यहाँ पर तैनात शिक्षक झंडारोहण को आये जरूर थे मगर पानी देखकर वह भी हार मान गए तब वहां के लोगों ने यहाँ आकर झंडारोहण किया, स्कूल में रसोइए का काम करने वाले साहब दीन ने बताया कि पहली बार उन लोगों ने झंडारोहण किया है अन्यथा हमेशा यहाँ शिक्षक ही करते आये हैं। मगर आज जब शिक्षकों का साहस जवाब दे गया तो उन्होंने कुछ ग्रामीणों के साथ झंडारोहण किया। भारत माता के प्रति अपना कर्तव्य निभाने में उन्हें सुखद अनुभूति हो रही है ।
इसके अलावा बाढ़ग्रस्त तहसील सिरौली गौसपुर के प्राथमिक विद्यालय में भी झंडारोहण किया गया । यहां का विद्यालय भी बाढ़ के पानी से लबालब है लेकिन यहाँ भी देश के प्रति अपनी कर्तव्यनिष्ठा साफ दिखाई दी। यहाँ विधिवत रूप से अतिथि की उपस्थिति में प्रधानाचार्य ने झंडारोहण भी किया और मिष्ठान का वितरण भी किया।
सनावा प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक रामेंद्र कुमार ने बताया कि जब सैनिक विषम परिस्थितियों में अपने कर्तव्य का पालन करते हैं तो हम क्यों नहीं कर सकते । इसी कारण हमारा निश्चय था कि बाधा कितनी भी आये हमें झंडारोहण जरूर करना है और हमने किया भी ।
इसके अलावा विद्यालय में अतिथि रूप में पधारे बीजेपी नेता समरजीत ने बताया कि स्वाधीनता दिवस हमें अपने कर्तव्यों का तो बोध कराता ही है साथ ही गुलामी की बेड़ियों से कैसे आजादी मिली इसका भी बोध कराता है । इसलिए इसे एक पर्व के रूप में मनाना हमारी प्राथमिकता है चाहे कितनी भी बड़ी बाधा क्यों न हो हम इसे जरूर मनाएंगे।