उज्जैन: महाकाल मंदिर के ‘गर्भ गृह’ में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष ड्रेस कोड होगा। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने बैठक करते हुए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कर ये फैसला लिया है।
आपको बता दें, मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल मंदिर की प्रबंध समिति की महत्वपूर्ण मुद्दों पर अहम बैठक हुई। इस बैठक में गर्भ गृह में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष ड्रेस कोड लागू करने का फैसला लिया गया है। उज्जैन जिलाधिकारी कुमार पुरुषोत्तम ने कहा कि “गर्भ गृह की अपनी गरिमा होती है, अपनी पवित्रता है। इसलिए ये निर्णय लिया गया है कि गर्भ गृह में प्रवेश जब भी खुलेगा, हाल-फिलहाल के दिनों में, तो उसके लिए ड्रेस कोड होगा। ये ड्रेस कोड बाकी मंदिर के लिए नहीं होगा बल्कि गर्भ गृह में प्रवेश के लिए होगा और वो धोती-कुर्ता जो भारतीय परिधान हैं, और साड़ी महिलाओं के लिए, छोटे बच्चों के लिए छूट रहेगी, 10 साल से छोटी बालिका है तो उसके लिए छूट रहेगी।”
सवाल: क्या ड्रेस निर्धारित किया गया है?
जवाब: “महिलाओं के लिए साड़ी और पुरुषों के लिए धोती-कुर्ता ड्रेस कोड होगा।” महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड लागू करने के फैसले का सभी ने स्वागत किया है।
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श्रद्धालु मोनू तिवारी ने कहा “जब भी गर्भ गृह में प्रवेश चालू किया जाए, नियम अनुसार कार्रवाई करते हुए चालू हो। महिलाओं को साड़ी पहननी होगी, जेंट्स को धोती पहननी होगी, सिला हुआ वस्त्र पूरी तरह से वर्जित रखना चाहिए। मंदिर में जो अधिकतर लोग सिली हुई धोतियां, रेडीमेड साड़ियां पहनकर आते हैं, उन पर मंदिर प्रशासन को नियम अनुसार कार्रवाई करनी चाहिए।”
महाकाल मंदिर के पुजारी दिनेश जी ने कहा कि “मंदिर प्रशासन ने जो निर्णय लिया है, उचित निर्णय लिया है। मगर बहुत लेट निर्णय लिया है, लेकिन बहुत अच्छा निर्णय लिया है। इसी के अंतर्गत जो महिलाएं जो कपड़े पहनकर आएंगी, ड्रेस कोड लागू होगा, डेस कोड के अलावा अपना शरीर ढकना भी जरूरी है।
महाकाल मंदिर की प्रबंध समिति ने ये फैसला भी लिया कि हर मंगलवार को भस्म आरती के लिए 300 से 400 उज्जैन निवासियों को मुफ्त प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। मंदिर का गर्भ गृह कब खोला जाएगा, इस पर फैसला एक हफ्ते में लिए जाने की संभावना है।
( PTI )