(ओपी शुक्ला) दिल्ली के द्वारका, डाबड़ी विजय एनक्लेव इलाके में एक मकान के कमरे की छत का प्लास्टर गिरने से तीन बच्चे घायल हो गए घायल बच्चों का इलाज दीनदयाल हॉस्पिटल में चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बनी हुई। जानकारी के मुताबिक डाबड़ी विजय एनक्लेव इलाके के निरंकारी भवन के पास बना मकान जर्जर हालत में है । जहां मकान की मालकिन द्वारा कमरे को दो महीने पहले ही किराए पर दिया गया था।
हादसे के वक्त कमरे में 3 बच्चियां खेल रही थी। जिनकी उम्र 8 साल, 4 साल और 8 महीने की है। हादसे के वक्त इन बच्चियों के माता-पिता काम पर गए हुए थे । जो कि पेशे से मिस्त्री और लेबर का काम करते हैं। घर की मकान मालकिन गीता के मुताबिक हादसे के वक्त वह घर में मौजूद थी । जहां उन्होंने कुछ गिरने की आवाज सुनी और उसी बीच तीनों बच्चियां तेजी से चीखी जिसके बाद वह दौड़ कर कमरे के पास गई। जहां उन्होंने देखा कि कमरे के अंदर छत का प्लास्टर उन बच्चियों के ऊपर गिर गया है । जिसके बाद उन्होंने तुरंत तीनो बच्चियों को मलबे से निकाला और पास के हॉस्पिटल में ले गई। जहां प्राथमिक उपचार दिया गया।
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वहीं घटना के बारे में सुनकर आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को मकान की छत गिरने की कॉल कर दी । जिसके बाद पुलिस , फायर ब्रिगेड, डिजास्टर मैनेजमेंट, और कैट एंबुलेंस भी मौके पर पहुंची । हालांकि स्थिति का जायजा लेने के बाद सभी विभागकर्मी वापस चले गए । वही पुलिस ने तीनों बच्चियों को दीनदयाल हॉस्पिटल पहुंचाया । जहां इन तीनों बच्चों का इलाज चल रहा है और हालत स्थिर बताई जा रही है। हालांकि मकान मालकिन गीता का कहना है कि बीते मार्च में उनके पति की हत्या हो गई थी। वह एक विडो महिला है और उनके दो छोटे बच्चे हैं। इसी मकान के किराए से उनके घर का गुजारा चलता है। ऐसे में कमरों को किराए पर देना उनके लिए मजबूरी है । वही इलाके में पुरानी सीवर व्यवस्था और बारिश के चलते पूरे घर की दीवारों में सीलन है और घर पूरी तरह जर्जर हो चुका है। इसी को ध्यान में रखकर उन्होंने मिस्त्री और लेबर का काम करने वाले युवक को कमरा किराए पर दिया था और उन्ही से इस घर को रिपेयर भी करवाना था । लेकिन इसी बीच अचानक यह बड़ा हादसा हो गया । डाबरी थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, मामले की जांच की जा रही है।