चरखी दादरी (रिपोर्ट- परदीप साहु): कृषि संबंधि तीन अध्यादेशों में संसोधन सहित विभिन्न मांगों को लेकर कर्मचारी संगठनों ने ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर एकजुट होते हुए रोष जताया। राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपते हुए मांगें पूरी करने की मांग की। साथ ही अल्टीमेटम दिया कि अगर अध्यादेशों में संसोधन नहीं किया और मांगें पूरी नहीं की तो 25 सितंबर को भारत बंद का समर्थन करते हुए आंदोलन तेज करेंगे।
सर्व कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष राजकुमार घिकाड़ा की अगुवाई में किसान सभा, आशा वर्कर्स, रोडवेज, शिक्षा, जनस्वास्थ्य, बिजली व सिंचाई सहित कई विभागों के कर्मचारी व सामाजिक संगठनों के सदस्य लघु सचिवालय के समक्ष एकत्रित हुए। यहां बर्खास्त पीटीआई टीचरों के साथ मिलकर रोष प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारेबाजी की। बाद में तहसीलदार अजय सैनी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपते हुए मांगें पूरी करने की मांग उठाई।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि उनकी प्रमुख मांगों में मजदूरों के हितों में बने कानूनों को कमजोर व निरस्त करने का निर्णय वापस हो, संसद में इसी सत्र में पारित किए गए खेती व किसानों से जुड़े तीन बिल किसान विरोधी हैं इन्हें अस्वीकृत किया जाये, सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण पर रोक लगाई जाये, बेरोजगारों को स्थाई व समानजनक रोजगार मिले, कोरोना की आड़ में जनतांत्रिक व नागरिक अधिकारों पर हमले बंद हो, समानजनक न्यूनतम वेतन 24 हजार रुपए प्रति माह के अलावा बर्खास्त पीटीआई टीचरों की बहाली इत्यादि हैं।
अगर सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो 25 सितंबर को भारत बंद होगा और उसी दिन डिप्टी सीएम दुुष्यंत चौटाला का दादरी दौरे पर विरोध किया जाएगा। वहीं तहसीलदार अजय सैनी ने बताया कि ट्रेड यूनियनों द्वारा मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है। जिसे उचित माध्यम से उच्चाधिकारियों को भेज दिया जाएगा।