(अजय पाल): इंडोनेशिया में जी 20 समिट में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी पहुंचे। ऋषि सुनक ने पहली बार जी 20 सम्मेलन में हिस्सा लिया। उन्होंने अपने पहले ही सम्मेलन में रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर निशाना साधा। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जब से यूक्रेन पर रुस ने आक्रमण किया है। महंगाई से लेकर दूसरी समस्याओं तक से सामना करना पड़ रहा है। अब अर्थव्यवस्था को फिर पटरी पर लाने के लिए हम सभी देशों को एक साथ आना होगा। जारी बयान में ऋषि सुनक ने इस बात पर जोर दिया कि पुतिन की वजह से यूक्रेन से अनाज निर्यात नहीं हो पा रहा है। जिसके वजह से पूरी दुनिया में महंगाई बढ़ रही है।
रुस यूक्रेन युद्ध की वजह से कच्चे तेल की कीमत उच्चतम स्तर में पहुंच गई है व शेयर बाजार में उथल पुथल का माहौल पैदा कर दिया है। ब्रिटेन के पीएम ने कहा कि किसी एक देश की वजह से अपने भविष्य को अंधकार में नहीं डाल सकते है। ऋषि सुनक ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर फाइव प्वाइट प्लान का जिक्र किया और कहा कि फ्री मार्केट को हर स्तर पर प्रमोट किया जाएगा। जिससे विकास दर तेजी से बढ़ सके। ब्रिटेन यूक्रेन का खुलकर समर्थन करेगा। उनके तरफ से दुनिया के दूसरे बड़े देशों से भी यूक्रेन का समर्थन करने के लिए कहा व रुस के खिलाफ एकजुट होने के लिए कहा। ऋषि सुनक प्रधानमंत्री मोदी से भी मुलाकात करेंगे व भारत व ब्रिटेन के बीच फ्री टे्ड डील पर भी चर्चा हो सकती हैै।
ब्रिटेन के नवनियुक्त प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने यूक्रेन के लोगों के लिए एकजुटता व समर्थन व्यक्त किया। वह और यूक्रेन के लोग ब्रिटे़न की एकजुटता और समर्थन पर भरोसा कर सकते है। हम हमेशा यूक्रेन के साथ रहेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिग के बीच ताइवान समेत विभिन्न मुद्दों पर बातचीत होगी।
जी 20 शिखर सम्मेलन और इसका महत्व
यह सम्मेलन इंडोनेशियाई शहर में आयोजित किया जा रहा है। इस सम्मेलन में खाध, उर्जा सुरक्षा एवं कोविड 19 के बाद के स्वास्थय जैसे मुद्दे की चर्चा की जाएगी। यह सम्मेलन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि बाली शिखर सम्मेलन के समापन समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो भारत को अगले जी 20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता सौंपी जाएगी। 24 नवंबर को यूक्रेन युद्ध के 9 महीने पूरे हो जाएंगे। ऐसे में शिखर सम्मेलन में इस मुद्दे पर भी चर्चा होगी। जी 20 शिखर सम्मेलन का प्रथम आयोजन दिसंबर 1999 में जर्मनी का राजधानी बर्लिन में हुआ था ।
जी 20 शिखर सम्मेलन विश्र्व की 20 प्रमुख अर्थवयवस्थाओं के वित्त मंत्रियों व केद्रीय बैंक के गवर्नर्स का एक संगठन है। जी 20 सदस्यों में अर्जेटीना, आस्टेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, कोरिया गणराज्य, रुस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, लंदन, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल है। जी 20 शिखर सम्मेलन का प्रथम आयोजन दिसंबर 1999 में जर्मनी का राजधानी बर्लिन में हुआ था। दुनिया की 80 फीसदी जीडीपी और 75 फीसदी कारोबार जी 20 के देशों में होता है।
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जी 20 शिखर सम्मेलन दुनिया के 20 सबसे ब़डी अर्थवयवस्थाओं के नेता शामिल होंगे। इस समिट में रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शामिल नहीं होंगे। उनकी जगह विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव शामिल हुए। जी 20 शिखर सम्मेलन ऐसे समय में आयोजित किया जा रहा है। जब मिस्त्र में महत्वपूर्ण जलवायु परिवर्तन सम्मेलन हो रहा है।
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