Nirmala Sitharaman in Lok Sabha: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में शुक्रवार को श्वेत पत्र पर चर्चा की शुरुआत की।सीतारमण ने कहा कि वो हर उस शख्स को चुनौती देती हैं जो कहता है कि अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र में किए गए दावों में सबूतों की कमी है।अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र पर चर्चा की शुरुआत करते हुए उन्होंने अर्थव्यवस्था के मिसमैनेजमेंट के लिए पिछली यूपीए सरकार की आलोचना की।उन्होंने कहा कि दस्तावेजी सबूत दिए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले दिखाए गए हैं। सीएजी की रिपोर्ट भी हैं। आदेश रद्द करने के लिए उनके (यूपीए के) खुद के कदम, उनके कुछ बयान भी दिखाए गए हैं।उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है जो किसी की कल्पना का परिणाम हो। मैं चुनौती देती हूं जो कहता है कि इस दस्तावेज़ में कुछ भी ऐसा है जो निराधार है। वो बताए।
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निर्मला सीतारमण, केंद्रीय वित्त मंत्री: जिन दो पटरियों पर हम चाहते हैं कि ये अर्थव्यवस्था आगे बढ़े, वे हैं- 10 साल (कांग्रेस के शासन) के दौरान हुए सभी कुशासन को ठीक करना, लेकिन साथ ही कई सुधार करने का लक्ष्य रखना। इस तरह से अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाना और अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करना भी है। इस तरह से कि आगे की गति सुचारू रहे। 2014 के बाद से हमने जिन दो रास्तों का पालन किया है, वे सभी परेशानी, सभी कुशासनों को दूर करना और समान रूप से सुधारों पर ध्यान केंद्रित करना है ताकि अर्थव्यवस्था आगे बढ़ सके। सदस्य एन. के. प्रेमचंद्रन ने श्वेत पत्र पर बार-बार निराधार आरोप लगाए। इसमें दस्तावेजी सबूत पेश किए गए हैं, सुप्रीम कोर्ट के फैसलों का हवाला दिया गया है, सीएजी की रिपोर्ट का हवाला दिया गया है, आदेश रद्द करने के लिए कहीं उनके अपने कदम उठाए गए हैं, कहीं उनके अपने बयान दिखाए गए हैं। ऐसा कुछ भी नहीं है जो किसी की कल्पना हो। मैं चुनौती देती हूं जो कोई भी कहता है कि इस दस्तावेज़ में कुछ भी है जो निराधार है, इसमें हर चीज़ के सबूत हैं।”
(Source PTI)