Teri Baaton Mein Aisa Uljha Jiya Review: शाहिद कपूर और कृति सेनन की फिल्म “तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया” को शुक्रवार को मुंबई में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिली।मिली-जुली प्रतिक्रियाओं से ये बात तो साफ है कि फिल्म ‘तेरी बातों मैं ऐसा उलझा जिया’ ने दर्शकों के बीच कई तरह की भावनाओं को जगाया है। कुछ लोगों ने शाहिद कपूर के शानदार अभिनय की तारीफ की है और कुछ लोगों ने फिल्म में रोबोट और मानव के बीच की स्टोरी को एकदम नया और रोचक बताया।पहला शो देखने वाले एक दर्शक ने कहा “मुझे वास्तव में फिल्म पसंद आई और ये एक अलग कहानी है, ये एक अलग क्षेत्र है, एआई की अभी काफी चर्चा है और उन्होंने इसे फिल्म में दिखाने की कोशिश की है। उन्होंने इसे थ्री स्टार दिया।”
एक और दर्शक ने फिल्म की मजबूत कास्टिंग और स्टोरी लाइन के बारे में बताया, साथ ही मुख्य कलाकारों के बीच की केमिस्ट्री की जमकर तारीफ की।एक दर्शक ने ‘तेरी बातों मैं ऐसा उलझा जिया’ के विषय की जमकर तारीफ की। उन्होेंने कहा कि फिल्म में रोबोट और मानव के बीच संबंध को अच्छे से दिखाया गया है।हालांकि कुछ लोगों को फिल्म पसंद नहीं आई।एक दर्शक ने कहा कि मुझे फिल्म का नाम पसंद नहीं आया, ये बहुत लंबा है। इसे छोटा होना चाहिए था। ये एक प्रेम कहानी है और ये रोबोट विषय नया नहीं है ये पुराना है, तो वहीं पुराने कलाकार धर्मेंद्र और डिंपल एकदम वेस्टर्न लग रहे हैं। मैं इसे पांच में से तीन अंक दूंगा।ये एक बार देखने लायक है।तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ शाहिद कपूर और कृति सेनन अभिनीत एक साइंस फिक्शन रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है। मैडॉक फिल्म्स और जियो स्टूडियोज के बैनर तले बनी है। इस फिल्म के डायरेक्टर अमित जोशी और आराधना साह हैं और इन्होंने फिल्म की पटकथा भी लिखी है। ये इन दोनों के डायरेक्शन में बनी पहली फिल्म है।
फिल्म पर फैंस की प्रतिक्रिया- फिल् अमेजिंग थी, कुल मिलाकर यह वास्तव में बहुत बढ़िया थी और शाहिद कपूर ने कमाल कर दिया।बहुत अच्छा लगा और एक बहुत अलग स्टोरी लाइन है और आजकल अलग फील्ड जो बहुत ज्यादा चल रहा है एआई वगैरह उसको एंटर करने की कोशिश की गई है। बहुत अच्छी मूवी है नए कॉन्सेप्ट पर बनी हुई है। स्टोरी कास्टिंग बहुत अच्छी है। बहुत अच्छी कैमिस्ट्री है ऐसा लग ही नहीं रहा है कि दोनों ने पहली बार काम किया है बहुत अच्छे प्यार से बहुत अच्छी ट्यूनिंग है। पांच दूंगा पूरे”
दर्शक: मुझे ऐसा लगता है कि अगर एक ह्यूमन और रोबोट के बीच में अगर हम रिलेशनशिप की बात करें तो उसमें वो मूवी में बहुत अच्छी तरह से दिखाया गया है कि क्या क्या एडवांटेज हैं और क्या डिसएडवांटेज हैं। वाकई हम चाहते हैं कि ह्यूमंस में हम चाहते हैं कि जो हम चाहे वो वैसा ही करे। वो परफेक्ट होगा लेकिन ऐसा होता नहीं है । मैं ऑडियंस को यही बोलूंगी कि आप लोगों को ये मूवी देखनी चाहिए। ये एकदम नया कॉन्सेप्ट है। वैसे रजनीकांत की मूवी आई थी रोबोट, लेकिन फिर भी इन्होंने काफी अलग एंगल से दिखाया है इसको। पहले तो इसका टाइटल बराबर नहीं है टाइटल थोड़ा छोटा होना चाहिए लव स्टोरी है और जो रोबोट वाला सब्जेक्ट है ये बहुत पुराना हो चुका है। इससे पहले शिरील भी आ चुकी थी।”
(Source PTI)
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