(अशोक पाल)-Kailash Vijayvargiya– कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मध्य प्रदेश के इंदौर के एक विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल करते समय दुष्कर्म और मानहानि के गंभीर आरोपों से जुड़े दो अलग-अलग लम्बित अदालती मुकदमों की जानकारी नामांकन भरते समय जानबूझकर नहीं दी है।..Kailash Vijayvargiya
कांग्रेस ने कहा कि 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में विजयवर्गीय की उम्मीदवारी को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक कानूनी लड़ाई लड़ेगी। भाजपा का कहना है कि कांग्रेस को विधानसभा चुनावों में अपनी हार का एहसास हो गया है. इसलिए वह भाजपा के उम्मीदवारों पर इस तरह के आरोप लगा रही है।
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कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता चरण सिंह सपरा ने इंदौर में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि छत्तीसगढ़ के पूर्व महाधिवक्ता कनक तिवारी ने दुर्ग की एक अदालत में 1999 में विजयवर्गीय के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था और भाजपा महासचिव के नाम जारी विभिन्न समन और वारंट का जवाब देने में विफल रहने के बाद अदालत ने उन्हें 2019 में भाजपा नेता को भगोड़ा घोषित कर दिया था. कांग्रेस ने दावा किया कि पशिचम बंगाल के अलीपुर की एक अदालत में विजयवर्गीय और दो अन्य लोगों के खिलाफ एक महिला ने दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था।
सपरा ने आरोप लगाया कि विजयवर्गीय ने इंदौर-1 से भाजपा उम्मीदवार के तौर पर दायर हलफनामे में दुर्ग और अलीपुर की अदालतों में लम्बित दोनों मामलों की जानकारी जानबूझकर छिपाई और इससे राजनीतिक नैतिकता को लेकर भाजपा के दावों की पोल खुल जाती है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने दावा किया कि विजयवर्गीय द्वारा दोनों मुकदमों की जानकारी छिपाए जाने पर इंदौर-1 से कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला की आपत्ति को सत्तारूढ़ भाजपा के दबाव के चलते जिला निर्वाचन कार्यालय ने खारिज कर दिया. कांग्रेस विजयवर्गीय की उम्मीदवारी के खिलाफ केंद्रीय निर्वाचन आयोग से लेकर उच्चतम न्यायालय तक कानूनी लड़ाई लड़ेगी। हम इस मामले को चुनावों में जनता की अदालत में भी ले जाएंगे।
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