Weather Update: इस बार का मानसून कई लोगो के लिए काल बन कर उभरा है, क्योंकि इस मानसून की भारी बारिश ने देश के लगभग आधे राज्यों में तबाही मचाई है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ से लेकर गुजरात तक बाढ़ और बारिश की जो तस्वीरें आ रही हैं वो बेहद भयावह हैं। जहाँ देश के वेस्ट पार्ट यानी राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र , कर्नाटक व केरल में सर्वाधिक बारिश हो रही है। तो वहीं वेस्ट बंगाल, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में बारिश सामान्य से भी कम है। ऐसे में मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि पिछले एक सप्ताह से मानसून की ट्रफ रेखा करीब एक ही स्थान से गुजरने की वजह से बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में बारिश नहीं हो पा रही है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। अब तक 31 हज़ार से भी ज़्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। दांग, नवसारी, वलसाड, गिर और सोमनाथ में अगले दो दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। तो वहीं गुजरात के पास के राज्य महाराष्ट्र में भी भारी बारिश ने बहुत तबाही मचाई है। महाराष्ट्र में हो रही रुक रुक कर बारिश ने लोगो को परेशानी में डाल दिया है।
मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के पालघर, पुणे, नासिक और सतारा में रेड अलर्ट जारी किया है। अंबा, सावित्री और उल्हास नदियां के उफान पर होने से ठाणे, नवी मुंबई, रायगढ़ क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। भारी बारिश के पूर्वानुमान के कारण पालघर, पुणे शहर और पड़ोसी पिंपरी चिंचवड़ क्षेत्र के स्कूल और कॉलेज गुरुवार को बंद रहेंगे।
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मौसम विभाग के अनुसार मुंबई में 55 से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी संभावना है। मछुआरों को भी फ़िलहाल समुन्द्र मर न जाने की सलाह दी गयी है। क्योंकि उत्तरी महाराष्ट्र के तटीय इलाकों और उसके आसपास 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना जताई जा रही है। मानसून की इस बारिश ने दक्षिण भारत में भी कहर मचाई हुई है। तेलंगाना के कई इलाके में नदी और नाले उफान पर है। तो वहीं कर्नाटक में बाढ़ और बारिश अब तक 32 लोगों की जान जा चुकी है और पांच लोग अब भी लापता हैं। राहत और बचाव कार्य में में NDRF और SDRF की कुल चार टीमें तैनात की गई हैं।
मध्य प्रदेश के भी इंदौर , बैतूल और हरदा में भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त है। शहरों का आपस में कनेक्शन टूट गया है। वहां के अधिकारी और बचाव टीम लोगो को सुरक्षित निकालने में लगी हुई है। आज भोपाल-उज्जैन संभाग, इंदौर समेत मालवा, निमाड़, महाकौशल और बुंदेलखंड के 16 जिलों में तेज बारिश हो सकती है इसलिए यहां मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। तो वही नर्मदापुरम संभाग के कई शहरों और खंडवा, बुरहानपुर में भरी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कुछ हिस्सों में बुधवार की सुबह हल्की बारिश हुई, लेकिन दिन में तेज उमस के कारण लोगों को परेशानी हुई। राजधानी के कुछ हिस्सों में बीते तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से पारा नीचे आया है लेकिन नमी बढ़ गई है। तो वहीं ओडिशा में रातभर बारिश होने के कारण गजपति जिले में हुए भूस्खलन से कम से कम 10 घर क्षतिग्रस्त हो गए तथा मलकानगिरी और कालाहांडी जिले में मुख्य सड़कें जलमग्न हो गई।
राजस्थान के अनेक इलाकों में बीते 24 घंटे के दौरान मूसलाधार बारिश हुई. झुंझुनू, बारां, चित्तौड़गढ़, अलवर, झालावाड़ व बांसवाड़ा जिलों में अनेक जगह अच्छी खासी बारिश हुई। आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे मलकानगिरी जिले के मोटू क्षेत्र में भारी बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। सड़कों पर 6 से 8 फुट तक पानी जमा होने से मलकानगिरी से तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ तक का संपर्क बाधित हुआ है।