West Bengal: पश्चिम बंगाल के हावड़ा में नमाजियों ने सोमवार यानी की आज 31 मार्च को वक्फ (संशोधन) बिल के विरोध में काली पट्टी बांधकर नमाज अदा की। पीटीआई वीडियो से एक नमाजी ने कहा कि ईद प्रेम और सौहार्द का त्योहार है। ये हमारे लिए बहुत खुशी का दिन है, लेकिन हम दुखी हैं। सरकार वक्फ संशोधन विधेयक के जरिए हमें प्रताड़ित करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि हम सरकार से विधेयक पारित नहीं करने का आग्रह करते हैं।
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इससे पहले, रमजान के आखिरी शुक्रवार 28 मार्च को जुम्मा की नमाज के दौरान पूरे देश में ऐसा ही विरोध देखा गया था। एआईएमपीएलबी ने पहले मुसलमानों से आग्रह किया था कि वे वक्फ (संशोधन) विधेयक के विरोध में रमजान के आखिरी शुक्रवार को जुम्मा की नमाज के लिए जाते समय काली पट्टी बांधें। एआईएमपीएलबी का ये बयान संसद की संयुक्त समिति द्वारा वक्फ (संशोधन) विधेयक पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद आया। हालांकि अभी तक इसे सूचीबद्ध नहीं किया गया है, लेकिन अटकलें लगाई जा रही हैं कि प्रस्तावित विधेयक को मौजूदा बजट सत्र के दौरान संसद में पारित करने के लिए लाया जा सकता है।
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विधेयक पर 31 सदस्यीय पैनल ने कई बैठकों और सुनवाई के बाद प्रस्तावित कानून में कई संशोधन सुझाए, जबकि विपक्षी सदस्यों ने रिपोर्ट से असहमति जताई और असहमति नोट प्रस्तुत किए। 655 पन्नों की रिपोर्ट 30 जनवरी को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंपी गई। संयुक्त समिति ने सत्तारूढ़ बीजेपी के सांसदों की ओर से सुझाए गए बदलावों वाली रिपोर्ट को 15-11 बहुमत से स्वीकार कर लिया। पिछले साल आठ अगस्त को केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में पेश किए जाने के बाद विधेयक को संयुक्त समिति को भेजा गया था।