अमन पांडेय : देश दुनिया में सालों से लोगों के दिलों में राज करने कोक को किसी पहचान की जरुरत नहीं है। कार्बोनेटेड ड्रिंक के रुप में कोका कोला ने कई अलग अलग नाम से ड्रिंक्स निकाले हुए हैं। ऐसे में हेल्थ को तवज्जो देने वाले लोगों के लिए कोका ने डाइट कोक की शुरुआत की थी। जिसके नाम से सही होगी। लेकिन अब मार्केट में न सिर्फ डाइट कोक बल्कि कोका कोला जीरो शुगर भी मिलती है। इन दिनों में लोगों को फर्क समझ नहीं आता है।
कोका कोला की वेबसाइट के मुताबिक, डाइट कोक कंपनी का पहला शुगर फ्री ड्रिंक था, जिसे 1983 में लॉन्च किया था। इसके बाद 2006 में कोका कोला जीरो लॉन्च किया गया, जो 2016 में कोका कोला जीरो शुगर में बदल दिया गया। टेस्ट के बारे में कंपनी का कहना है कि दोनों ड्रिंक्स शुगर फ्री और कैलोरी फ्री हैं। लेकिन कोका कोला जीरो शुगर का टेस्ट,कोका कोला के मूल स्वाद से ज्यादा मिलता है जबकि डाईट कोक का स्वाद अलग होता है, जो हल्का स्वाद देता है।
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दोनों में कार्बोनेटेड वॉलर, केरेमल कलर, फॉस्फोरिक एसिड, पोटेशियम बेंजोएट, एस्पार्टेम, प्राकृतिक स्वाद और कैफिन शामिल हैं। वहीं , कोक जीरो में पोटैशियम साइट्रेट और ऐसल्फ्लेम पोटैशियम का भी इस्तेमाल होता है, जबकि डाइट कोक जीरों में नहीं पाया जाता है। यानी कहा जा सकता है कि दोनों के इंग्रेडिएंट्स में मामूली फर्क है और लोग इनका चुनाव अपने टेस्ट के मुताबिक कर सकते हैं।