(अजय पाल) Google,Amazon, Microsoft व Twitter जैसी कई नामचीन कंपनियों ने पिछलेतीन महीने में लगभग एक लाख सेअधिक कर्मचारियों की छंटनी की। यह सिलसिला अभी भी जारी है। कई बड़े अर्थशास्त्री यह बता रहे है कि आने वाले कर्मचारियों की छटनी के लेकर इससे भी बुरा दौर देखने को मिल सकता है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर क्यो बड़ी कंपनियां लोगों को नौकरी से निकालने में लगी हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि Apple ने अभी तक किसी भी कर्मचारी को नौकरी से बाहर नहीं निकाला है। इसके अलावा Apple में होने वाली छंटनी को लेकर भी फिलहाल कोई रिपोर्ट सामने नहीं आयी है। हाल ही में Apple के CEO टिमकुक ने छंटनी को लेकर कहा कि वह कर्मचारियों को जाने देनेके बजाय लागत प्रबंधन के अन्य उपाय खोजेगे। उन्होंने पूरी तरह से छंटनी की संभावना से इंकार नहीं किया है। इस आर्टिकलके माध्यम से हम आपको यह समझानेकी कोशिश करेंगे कि अनेक नामचीन कंपनियों में बड़े स्तर पर छंटनी की जा रही है । पर एपल जैसी बड़ी कंपनी में छंटनी क्यो नहीं हो रही है।
एपल में छंटनी ना होने का मुख्य कारण
कोरोना महामारी के दौरान अनेक बडी कंपनियों ने बड़े स्तर पर भर्तियां कीं लेकिन एपल ने ऐसा नहीं किया। अन्य कंपनियों की तुलना में,Apple नेअपने कर्मचारियों की कम भर्ती। जिससे कंपनी को लाभ हुआ।
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फ्री सुविधा न देना बडी वजह
गूगलव फेसबुक की तरह Apple अपने कर्मचारियों को मुफ्त में लंच नहीं कराती। जिसके कारण Apple को पैसे की बचत होती है। तथा एपल में नौकरी छोड़ने व रिटायर होने वाले कर्मचारियों की जगह दूसरे कर्मचारियों की भर्ती करने में जल्दबाजी नहीं की जाती है। इसके अलावा वैश्विकमंदी के दौरान भी एपल ने कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के बजाय उनकी सुविधाओं में कटौती की जा रही है। गूगलव मेटा अपने कर्मचारियों को लंच के अलावा कई अन्य सुविधाएं भी देती है।
टिमकुक की सैलरी में कटौती
Apple के सीईओ टिम कुक ने हाल ही में स्वेच्छा से अपने वेतन में कटौती की है। तथा टिम कुक आने वाले समय में कंपनी के कर्मचारियों के लिए अनेर प्रकार के अच्छे फैसले ले सकते हैं।