नागा साधुओं को बारे में तो आपने अब तक बहुत सुना और देखा होगा लेकिन आज हम उनके बारे में बताएंगे जिनके बारें आप न नही जानते होंगे जी हां हम बात कर रहे है महिला नागा साधुओं के बारें जो वों भी निर्वस्त्र रहती है उनका जीवन कैसा होता है तो ये जान लिजिए….
महिला नागा साधुओं की दुनिया काफी रहस्यमयी होती है जब भी किसी के मन में महिला नागा साधु का नाम आता है तो कई तरह के सावाल होते हैं. हालांकि कई लोगों को लगता है कि पुरुष नागा साधुओं की तरह क्या महिला नागा साधु भी निर्वस्त्र रहती हैं। इस तरह के कई सवाल हर किसी के मन में होते हैं, लेकिन महिला नागा साधु की दुनिया का काला सच काफी खतरनाक होता है।
बता दें कि महिला नागा साधु पुरुष नागा साधुओं की तरह निर्वस्त्र नहीं रहती हैं। क्योंकि महिला नागा साधुओं को कपड़े पहनने की छूट रहती है, लेकिन यह केवल एक ही रंग का कपड़ा पहन सकती हैं। महिला नागा साधु गेरुए रंग का वस्त्र धारण करती हैं और इसके साथ ही वह अपने माथे पर एक तिलक जरूर लगाती हैं। महिला नागा साधुओं को दूसरी साध्वियां माता कहकर पुकारती हैं। इसके अलावा इनके कई नाम हैं जिनमें नागिन, अवधूतानी कहकर भी उन्हें संबोधित किया जाता है।
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महिला नागा साधु आम साधुओं की तरह नहीं रहती हैं वह हमेशा सामान्य दुनिया से दूर रहती हैं। इसके साथ ही वह भगवान की भक्ति में लीन रहती हैं हालांकि वह एक तरह के खास मौके पर ही नजर आती हैं महिला नागा साधु केवल कुंभ, महाकुंभ जैसे खास मौकों पर ही पवित्र नदियों में स्नान करने के लिए सामने आती हैं और इस दौरान ही वह दर्शन देती हैं। इससे पहले वह सालों तक गुफाएं, जंगल और पहाड़ों में रहकर तपस्या करती हैं । महिला नागा साधुओं की दुनिया का एक काला सच ये भी है कि वह जिंदा रहते ही अपना पिंडदान कर देती हैं और अपना सिर मुंडवाती हैं इसके बाद ही उन्हें गुरू द्वारा महिला नागा साधु की उपाधि मिलती है।