गोहाना(सुनील जिंदल):गोहाना के खानपुर में स्थित भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कॉलेज में मेंटिनेंस एजेंसी ने वर्षों से कार्य कर रहे 32 कर्मचारियों को हटाकर उनके स्थान पर नए कर्मचारियों को भर्ती कर दीया।
कॉलेज प्रशासन को भी इसकी जानकारी उस समय लगी जब एजेंसी ने नए कर्मचारियों की हाजिरी भेजकर वेतन जारी करने के लिए कहा कॉलेज प्रशासन ने एजेंसी को नोटिस देने के साथ कर्मचारियों का वेतन भी रोक दिया है और उधर, हटाए गए 32 कर्मचारी डायरेक्टर से मिले मेडिकल कॉलेज में मेंटिनेंस का कार्य प्राइवेट एजेंसी को दिया जाता है।
मेंटिनेंस के लिए करीब 192 कर्मचारियों कार्यरत हैं, अगस्त माह में नई एजेंसी को ठेका जारी किया था, एजेंसी की तरफ से कुछ कर्मचारियों को प्रमाण पत्र वैरिफिकेशन कराने के लिए लिखा था पर इस पर कुछ कर्मचारियों ने आपत्ति जताई थी, उनका तर्क था कि पहले भी वे कागजातों की जांच हो चुकी है और बाद में करीब 32 कर्मचारियों की हाजिरी लगवानी बंद कर दी।
उनके स्थान पर नए कर्मचारियों की भर्ती कर दीया गया अब उनकी हाजिरी भी लगवानी शुरू कर दी है, इसकी सूचना अधिकारियों को भी नहीं दी गई जबकि नियमानुसार कर्मचारियों की नियुक्ति करने से पहले अधिकारियों को सूचना देनी होती है, इसे देखते हुए डायरेक्टर ने एजेंसी को नोटिस जारी किए हैं।
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हटाए गए कर्मचारीयो ने बताया कि एजेंसी द्वारा मनमाने ढंग से नए कर्मचारियों की नियुक्ति की हैं और वे कॉलेज में आठ सालों से काम कर रहे हैं, एजेंसी के अधिकारियों ने उनकी हाजिरी लगानी बंद कर दी है , हटाने का न तोे कोई नोटिस दिया है और न ही कोई कारण बताया गया।
आरोप है कि नए कर्मचारियों को भी नियमों को ताक पर रखकर लगाया गया है,सितंबर माह से मुख्यालय में पत्र व्यवहार करके नए कर्मचारियों की भर्ती नहीं करने के लिए कहा था, इसके बावजूद भी नए कर्मचारियों को लगा दिया गया और इस बारे में डायरेक्टर से मिलते है तो वे भी कहते है कि एजेंसी को किसी कर्मचारी को हटाने के निर्देश नहीं दिए हैं।
मेडिकल के डारेक्टर राजीव मेहंदरु ने बताया एजेंसी को किसी भी कर्मचारी को हटाने के निर्देश नहीं दिए हैं पर एजेंसी ने अपने स्तर पर ही कुछ कर्मचारियों की भर्ती करके उनकी हाजिरी भेजी थी और इसकी सूचना भी एजेंसी की तरफ से नहीं दी गई, जबकि सितंबर माह से मुख्यालय ने नई भर्ती नहीं करने के निर्देश दिए थे, इसलिए एजेंसी को नोटिस जारी किया गया है और साथ ही अधिकारियों को कर्मचारियों का वेतन जारी नहीं करने के निर्देश भी दिए गए हैं।