अंबाला (कृष्ण बाली की रिपोर्ट)– गणेश चतुर्थी महोत्सव आज से शुरू हो रहा है, जिसे देश भर में आज से विधि विधान से मनाया जाएगा। गणेश भगवान की पूजा के लिए मिट्टी की बनी मूर्तियों को भक्त अपने अपने घरों में स्थापित करके पूजा-अर्चना करेंगे। गणपति बप्पा की पूजा के लिए अंबाला के मूर्तिकारों द्वारा मूर्तिया दुकानों पर सजी है सुबह से ही मूर्तियों को पसंद करके खरीद कर ले जाते दिखे। भक्त लोग इन मूर्तियों को अपने घर में स्थापित करेंगे और 1 तारीख को इन मूर्तियों को विसर्जन करेंगे ! कोरोना के चलते इस बार ये महोत्सव उस तरह से नहीं मनाया जा रहा जैसे पहले मनाया जाता था !
पिछले साल तक लोग बैंड-बाजे के साथ गणेश के मूर्तियां लेने आते थे व् नाचते-जगाते गणपति बाप्पा मौर्य लगाते हुए मूर्ति ले जाते थे लेकिन कोरोना के चलते लोग केवल मूर्तियां ही लेकर अपने घर में स्थापितब कर रहे है ! मूर्ति लेने आई महिला नेहा ने बताया कि वह पिछले 3 साल से अपने घर में गणेश जी की मूर्ति स्थापित करते हैं और स्थापना पूरे जोर जोर से करते हैं पर इस बार करुणा की वजह से वह बिल्कुल शांत तरीके से मूर्ति स्थापित कर रहे हैं और घर में पूरी विधि विधान से इसको स्थापित करेंगे और रोज इसकी दोनों टाइम पूजा करेंगे और एक तारीख को इस मूर्ति को का विसर्जन करेंगे !
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वहीं मूर्ति खरीदने आए अमित ने बताया कि वह पिछले 2 साल से यहां से मूर्ति खरीद कर अपने घर में स्थापित करते हैं और उनकी इसमें बहुत श्रद्धा है वह धूमधाम से मूर्ति स्थापित करते हैं और धूमधाम से ही इसका विसर्जन करते हैं पर करोना के कारण इस बार सब कुछ शांति से कर रहे हैं !
अम्बाला-यमुनानगर रोड पर पिछले लगभग 20 सालो से एक समुदाय यहाँ पर गणेश सहित कई मूर्तियां बनाते है जिसमे इनका गुजारा भी चल रहा है ! समुदाय की कई पीढ़िया ये काम करती आ रही है ! मूर्ति बनाने वाली महिला कलाकार ने बताया कि कई पीढ़ियों से उनके परिवार के लोग मूर्तियां बनाते आ रहे हैं और गणेश चतुर्दशी के लिए मूर्तियां 3 से 4 महीने पहले ही बनाना शुरू कर देते है लेकिन अब कोरोना के चलते कम ही लोग मुर्तिया लेने आ रहे हैं !