Panic Disorder: अक्सर लोग परेशान होकर कुछ गलत करने का सोचने लगते हैं। बहुत से लोग थोड़ी-थोड़ी बातों पर घबरा जाते हैं। किसी बात को लेकर ज्यादा सोचने लगते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि आप ऐसी स्थिती में पैनिक डिसऑर्डर के शिकार हो सकते हैं। पैनिक डिसऑर्डर क्या होता है इसके लक्षण और उपचार क्या हैं आइए इस ऑर्टिकल में जानते हैं।
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क्या है पैनिक डिसऑर्डर?-दरअसल, पैनिक डिसऑर्डर एक प्रकार का मानसिक स्वास्थ्य से समस्या है। अगगर कोई व्यक्ति इस डिसऑर्डर की चपेट में है तो उसे कई प्रकार की भावनाएं महसूस होने लगती हैं। जैसे की धड़कने तेज चलने लगती हैं, सांस लेने में दिक्कत महसूस होने लगती हैं। किसी बात को लेकर ज्यादा सोचने लगते हैं, डर जाते हैं और बेचैनी होने लगती है, जिसकी वजह से शरीर में कंपकंपी होने लगती है।
लक्षण- लक्षण की बात करें तो पैनिक डिसऑर्डर के शिकार लोगों को बहुत ज्यादा पसीना आता है। सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है। घुटन के साथ ही शरीर में कंपकंपी होने लगती है। अचानक चक्कर आने लगता है, सीने और पेट में दर्द होने लगता है। इसके साथ ही इस डिसऑर्डर के शिकार लोगों को किसी भी बात का अत्यधिक डर सताने लगता है।
पैनिक डिसऑर्डर के कारण- बता दें, अगर किसी को ज्यादा शक करने की आदत हो या उसे ज्यादा गुस्सा आता हो तो ऐसे लोग ज्यादा पैनिक डिसऑर्डर के शिकार होते हैं। जो लोग अधिक मात्रा में कैफिन और शराब का सेवन करते हैं, ऐसे लोग भी इस डिसऑर्डर के शिकार हो सकते हैं। कुछ लोगों को थायराइड ग्लैंड की अत्यधिक सक्रियता और दिल की बीमारियां होने पर भी पैनिक डिसऑर्डर होता है।
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उपचार- अगर आपको ये लक्षण महसूस हों तो इससे छुटकारा पाने के लिए हर दिन व्यायाम और मेडिटेशन करें। स्वास्थ्यकर भोजन लें और शराब और कैफीन से दूर रहें। रात में देर तक जागने की आदत छोड़ दें और हर दिन 7 से 8 घंटे की नींद लें। डर लगने पर गहरी सांस लें। इसके अलावा, नकारात्मक विचारों को अपने मन में न लाएं।तत्काल मनोचिकित्सक से संपर्क करें अगर लक्षण गंभीर हैं।