Gukesh World Champion: भारत के स्टार शतरंज खिलाड़ी डोम्माराजू गुकेश ने 18 वर्ष की उम्र में सबसे कम उम्र का वर्ल्ड चेस चैंपियन बनकर इतिहास रच दिया है। उम्मीदवारों की टूर्नामेंट जीता । इसी साल अप्रैल में गुकेश ने टोरंटो में कैंडिडेट्स टूर्नामेंट सबसे कम उम्र में जीता था। उन्होंने हमवतन आर. प्रज्ञानानंद और विदित गुजराती के खिलाफ पांच जीत हासिल की और 14 राउंड में नौ पॉइंट के साथ टूर्नामेंट का समापन किया। रूस के दिग्गज खिलाड़ी गैरी कास्परोव ने तब डी गुकेश के लिए “टोरंटो में भारतीय भूकंप” जैसे शब्दों को इस्तेमाल किया था।
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सितंबर में बुडापेस्ट में शतरंज ओलंपियाड के दौरान, गुकेश ने बिना हारे, दस राउंड में नौ पॉइंट के साथ निजी गोल्ड मेडल जीता था। उनके नेतृत्व ने ओलंपियाड में भारत को पहली बार गोल्ड मेडल दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।इसी महीने गुकेश ने सिंगापुर में चैंपियन बनकर सबको हैरान कर दिया था। इस शानदार उपलब्धि और उनके सपने के सच होने के बाद गुकेश का मुस्कुराता हुआ चेहरा पूरा देश याद रखेगा।
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इसी साल सिंगापुर में 25 नवंबर से 12 दिसंबर तक आयोजित विश्व शतरंज चैंपियनशिप में चीन के डिंग लिरेन को गुकेश ने हरा दिया। गुकेश इस जीत के साथ विश्वनाथन आनंद के बराबर आ गए थे। विश्वनाथन आनंद ने ये कामयाबी 11 साल पहले हासिल की थी। इस जीत ने गुकेश को शतरंज की दुनिया का सबसे ज्यादा चमकता सितारा बनाया।शतरंज के दिग्गज गैरी कास्परोव गुकेश को विशी के बच्चे कहकर पुकारते हैं। शतरंज की दुनिया में डी गुकेश 18 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के वर्ल्ड चैंपियन बन गए हैं।2024 में गुकेश की असाधारण उपलब्धियों ने न केवल शतरंज के इतिहास में उनका नाम दर्ज कराया है, बल्कि उन्होंने शतरंज की दुनिया में बड़ा नाम बना दिया है। उम्मीद है गुकेश की सफलता का सिलसिला 2025 में भी जारी रहेगा।
