Murshidabad Violence: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान तीन लोगों की मौत के सिलसिले में 12 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने रविवार यानी की आज 13 अप्रैल को ये जानकारी साझा की।
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पुलिस ने कहा कि मुस्लिम बहुल जिले में कहीं से भी हिंसा की कोई नयी घटना सामने नहीं आई और सुरक्षा बल कड़ी निगरानी कर रहे हैं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जिले के सुती, धुलियान, शमशेरगंज और जंगीपुर इलाकों में हालात शांतिपूर्ण है। रात भर छापेमारी जारी रही और 12 और लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही अब तक 150 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि हिंसा प्रभावित इलाकों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल मुख्य सड़कों पर वाहनों की जांच कर रहे हैं और संवेदनशील इलाकों में गश्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिंसा की घटनाओं की जांच जारी है, और गिरफ्तारियां होने की संभावना है। शुक्रवार 11 अप्रैल को नए कानून के विरोध में राज्य के अलग-अलग हिस्सों, खासकर मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़कने पर पुलिस वैन समेत कई वाहनों में आग लगा दी गई थी, सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंके गए और सड़कें जाम कर दी गई थीं।
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बता दें, शनिवार 12 अप्रैल को भी कुछ जगहों पर हिंसा भड़कने की खबरें आईं। हिंसा के बीच शनिवार को शमशेरगंज के जाफराबाद में एक व्यक्ति और उसके बेटे के शव उनके घर से बरामद किए गए, जिन पर चाकू से कई वार किए गए थे। पुलिस के अनुसार, उनकी पहचान हरगोबिंदो दास और चंदन दास के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार 11 अप्रैल को सुती के सजुर मोड़ पर हुई झड़पों के दौरान गोली लगने के बाद घायल हुए 21 वर्षीय एजाज मोमिन की शनिवार को मौत हो गई। शुक्रवार को हुई हिंसा में कम से कम 18 पुलिसकर्मी घायल हो गए। शनिवार रात समसेरगंज पहुंचे डीजीपी राजीव कुमार ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और हालात का जायजा लिया।