वॉशिंगटन: अंतरिक्ष इतिहास में स्पेसएक्स ने एक अध्याय जोड़ दिया। स्पेसएक्स ने इंसपिरेशम 4 रॉकेट के जरिए चार सिविलियन पर्यटकों अंतरिक्ष में भेजा। ये लोग तीन दिन तक अंतरिक्ष में रहेंगे।
धरती की कक्षा में जाने वाला ये पहला नॉन प्रोफेशनल अंतरिक्ष क्रू हैं। चारों लोग ड्रैगन कैप्सूल से अंतरिक्ष में भेजे गए हैं।
कंपनी ने भारतीय समयानुसार सुबह 5:32 मिनट पर पहली बार 4 आम लोगों को अंतरिक्ष में भेजा है, ये 4 टूरिस्ट 3 दिन तक 575 किमी ऊपर पृथ्वी की कक्षा में रहेंगे।
ये यात्री पृथ्वी की सतह से 357 मील (575 किलोमीटर) की ऊंचाई पर यात्रा कर रहे हैं। नासा के फ्लोरिडा में मौजूद कैनेडी स्पेस रिसर्च सेंटर से रॉकेट की लॉन्चिंग हुई है।
ये घटना दुनिया भर में अंतरिक्ष की यात्रा में रुचि रखने वाले लोगों के लिए कौतूहल की वजह बन गई है। इस मिशन के बाद केवल सरकार द्वारा प्रायोजित अंतरिक्ष यात्रियों के बजाय आम लोगों के लिए मानव अंतरिक्ष यान के एक नए युग
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की शुरुआत होने की उम्मीद है। साल 2009 में वैज्ञानिक हबल टेलिस्कोप की रिपेयरिंग के लिए 541 किलोमीटर की ऊंचाई पर गए थे।
ये साल 2009 के बाद पहली बार है कि इंसान इतनी ऊंचाई पर है। स्पेसएक्स का ड्रैगन कैप्सूल लिफ्टऑफ के 12 मिनट बाद फाल्कन 9 रॉकेट के दूसरे चरण से अलग हो गया, जिसके बाद एयरोस्पेस कंपनी ने सूचित किया कि नागरिक दल को सफलतापूर्वक कक्षा में लॉन्च किया गया था।
इस मिशन को 38 वर्षीय अरबपति और परोपकारी जारेड इसाकमैन ने फंड किया है, वह शिफ्ट4 पेमेंट्स इंक के सीईओ हैं। वह स्पेसफ्लाइट के मिशन कमांडर भी हैं, जिन्होंने प्रतियोगिता के जरिए बाकी क्रू को खुद चुना है।
इस मिशन का मकसद अमेरिका के सेंट जूड चिल्ड्रन रिसर्च हॉस्पिटल के लिए फंड इकट्ठा करना है। मिशन को लीड कर रहे इसाकमैन इसके जरिए 20 करोड़ डॉलर जुटाना चाहते हैं, जिसकी आधी रकम वो खुद देंगे।
मिशन के फंड से कैंसर के खिलाफ जागरुकता अभियान भी चलाया जाएगा। मिशन में शामिल एक सदस्य कैंसर सर्वाइवर भी हैं। ये धरती की कक्षा में जाने वाला ये पहला नॉन प्रोफेशनल एस्ट्रोनॉट्स का दल है।