AAP विधायक सौरभ भारद्वाज ने पेश किया MCD चुनाव में एलजी की असंवैधानिक भूमिका’ पर चर्चा का प्रस्ताव

(देवेश कुमार): दिल्ली विधानसभा सत्र में आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने एमसीडी चुनाव में एलजी की असंवैधानिक भूमिका’ पर चर्चा का प्रस्ताव पेश किया है कहा की एलजी की एमसीडी के काम में हस्तक्षेप करना चिंता का विषय है तो डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा है की एलजी कबीले के सरदार की तरह अपने बड़े सरदार को खुश करने के लिए असंवैधानिक रूप से काम कर रहे है।

दिल्ली विधानसभा के तीसरे दिन भी एलजी और सरकार के बीच चल रहे विवादों का मुद्दा उठा गया है आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने एमसीडी चुनाव में एलजी की असंवैधानिक भूमिका’ पर चर्चा का प्रस्ताव पेश किया है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सदन एलजी द्वारा दिल्ली नगर निगम के कामकाज में, विशेष रूप से मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमिटी के सदस्यों के स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के संचालन में असंवैधानिक हस्तक्षेप के संबंध में चिंतित है। सौरभ भारद्वाज ने सदन में एलजी पर सवाल उठाए कहां की संवैधानिक पद पर बैठे एलजी को निष्पक्ष रहना चाहिए, भाजपा की लिस्ट एलजी के पास कैसे पहुंची और उन्होंने एल्डरमैन कैसे नियुक्त कर दिया

वहीं डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी सदन में एलजी की भूमिका पर सवाल खड़े किए कहा कि दिल्ली की जनता द्वारा चुनी हुई सरकार को बाईपास करते हुए दिल्ली के एलजी संविधान और लोकतंत्र का गला घोटने का काम कर रहे है संविधान में एलजी को केवल लैंड,लॉ एंड आर्डर व पुलिस संबंधित मामलों में निर्णय लेने का अधिकार दिया गया है बाकी मामलों में वे बस चुनी हुई सरकार को सलाह और सुझाव दे सकते है लेकिन दिल्ली में एलजी संविधान की अवहेलना करते हुए सरकार को नजरअंदाज कर बाईपास कर असंवैधानिक रूप से सभी निर्णय ले रहे है।

डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने एलजी पर आरोप लगाए कि एलजी एक क़बीले के सरदार की तरह असंवैधानिक तरीक़े से काम कर रहे हैं एलजी दिल्ली के लोगों पर अत्याचार करते हुए भूल गए है कि उनका काम अपने बड़े सरदार का हुक्म मानना नहीं बल्कि संविधान के नियमों को मानना है।

Read also: दिल्ली विधानसभा के सत्र के तीसरे दिन यमुना की सफाई को लेकर बीजेपी ने सरकार पर जमकर हमला बोला

 

बहरहाल सदन में एमसीडी में एलजी द्वारा हस्तक्षेप करने एल्डरमैन की नियुक्ति करने पर चर्चा की गई और कहा गया की एलजी का पद संवैधानिक है और उन्हें निष्पक्ष रहना चाहिए दिल्ली में एडमिनिस्ट्रेटर का मतलब एलजी जो चुनी हुई सरकार को बस सलाह देने का काम करेंगे तो वही विधानसभा के स्पीकर ने प्रस्ताव पर सदन में मौजूद सदस्यों की तरफ से वोटिंग कराई और ध्वनि मत से प्रस्ताव पास कर दिया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *