दिल्ली के द्वारका इलाके में हुए एसिड अटैक मामले में पीड़िता का सफदरजंग अस्पताल मे इलाज चल रहा है। जिसकी हालत में पहले से सुधार देखने को मिल रहा है वहीं आरोपियों को भी पुलिस रिमांड में लेकर पूछताछ की जा रही है। सफदरजंग अस्पताल में भर्ती तेजाब पीड़िता की हालत में सुधार अब देखने को मिल रहा है। डॉक्टरों द्वारा लगातार पीड़िता किशोरी की आंख का इलाज चल रहा है। वहीं जानकारी के मुताबिक अब वह अपने परिवार वालों से भी बातचीत कर रही है। साथ ही शुक्रवार को माना जा रहा है की पुलिस घटना के संबंध में पीड़िता का बयान दर्ज कर सकती है। Latest samachar
बुधवार को तेजाब फेंके जाने से पीड़िता किशोरी 8 फीसदी झुलस गई थी। तेजाब ने उसके चेहरे और आंख को भारी क्षति पहुंचाई थी। किशोरी का चेहरा झुलस गया था। साथ ही आंख खुलने में दिक्कत आ रही थी। गुरुवार को डॉक्टरों ने उसकी आंख की जांच की। वहीं पीड़िता किशोरी की हालत मे फिलहाल अब सुधार देखने को मिल रहा है।
वही दूसरी ओर सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक किशोरी अपने परिवार वालों से बातचीत कर रही है। वहीं पुलिस भी पीड़िता का बयान लेगी। इसके लिए शुक्रवार को पुलिस टीम अस्पताल जाएगी। डॉक्टरों की इजाजत के बाद पुलिस उसका बयान दर्ज करेगी। किशोरी के अस्पताल से छुट्टी होने के बाद पुलिस उसका अदालत में भी बयान दर्ज करवाएगी। साथ ही इस मामले से जुड़े आरोपियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार भी किया जा चुका है जिनसे लगातार पूछताछ भी की जा रही है।
आरोपियों की कोर्ट में पेशी के बाद दो दिन की रिमांड पर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी सचिन ने 9 दिसंबर को फ्लिपकार्ट पर 200 ML तेजाब की बुकिंग की थी। 12 दिसंबर को उसके घर पर तेजाब की बोतल डिलीवरी हुई थी। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि घटना से एक सप्ताह पहले ही वारदात की प्लानिंग बनाई थी। मुख्य आरोपी सचिन ने खुद को बचाने के लिए भी प्लानिंग की थी। उसने अपनी स्कूटी, कपड़े और मोबाइल फोन वीरेन्द्र को देकर उसे दूसरे लोकेशन पर भेज दिया था। आरोपी सचिन ने मोबाइल फोन ऑन रखने के लिए कहा था, ताकि उसका लोकेशन घटना वाली जगह ना दिखाई दे।
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मुख्य आरोपी सचिन ने बताया की वो पीड़िता पर बात करने का दबाव बना रहा था.. लेकिन पीड़ित छात्रा ने बात करने से मना कर दिया था। सबक सिखाने के इरादे से मुख्य आरोपी सचिन ने पहले रेकी किया और उसके बाद वारदात को अंजाम दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी फरार हो गए थे लेकिन पुलिस ने पहले हर्षित को गिरफ्तार किया जो बाईक चला रहा था फिर मुख्य आरोपी सचिन को गिरफ्तार किया उसके बाद विरेन्द्र को जो सचिन को बचाने का प्रयास कर रहा था।
बहराल अस्पताल मे भर्ती पीड़िता किशोरी का लगातार इलाज चल रहा है। वहीं साथ ही अब पीड़िता की हालत मे सुधार देखने मिल रहा है और अब पीड़िता अपने परिजनों से भी बात कर रही है। फिलहाल इस मामले को लेकर आगे की जांच जारी है।