(इशिका)- AI TECHNOLOGY-इंडिया की टॉप आईटी सर्विस कंपनी TCS में नौकरी के बदले रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। व्हिसल ब्लोअर ने जब कंपनी को बताया कि कुछ लोग नौकरी के बदले रिश्वत लेते है और दूसरी स्टाफिंग कंपनियों को फेवर कर रहे है तो कंपनी ने छह कर्मचारियों और छह बिजनेस एसोसिएट्स पर तुरंत ही बैन लगा दिया। ऐसा पहली बार नहीं हुआ पहले भी कई बार इस तरह के मामले सामने आए है।
जो लोग भ्रष्टाचार के मामले में दोषी होते हैं, उनके करियर पर कोई असर नहीं पड़ता है। जिन लोगों को TCS निकाल देती है या जिन कंपनियों को बैन कर देती है, उन्हें कोई दूसरी कंपनी रख लेती है। भारत में प्राइवेट सेक्टर में भ्रष्टाचार के कारण टैलेंट की कमी हो रही है।
मल्टीनेशनल से लेकर बड़ी घरेलू कंपनियों तक चल रहा है करप्शन
ये करप्शन मल्टीनेशनल से लेकर बड़ी घरेलू कंपनियों तक चल रहा है । इस तरह के करप्शन के बदले कंपनियां जिन्हें परिवार के साथ विदेश में घूमने, महंगे तोहफे, बच्चों की विदेश में पढ़ाई के लिए पैसे का प्रबंध करती है। लालच के चलते ये लोग देश में भ्रष्टाचार फैलाने का काम करते है।
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AI से खत्म हो सकती है रिश्वतखोरी
कई कंपनियां हर चीज में पक्षपात को खत्म करने के लिए AI का उपयोग कर रही है, AI की मदद से रिश्वतखोरी को खत्म किया जा सकता है। AI के उपयोग से उन कंपनियों को एक रास्ता मिलेगा जो इस तरह के भ्रष्टाचार से जूझ रही है। पहले टेक्नॉलजी की कमी के कारण ऐसा नहीं हो पाता था लेकिन अब AI के उपयोग से भ्रष्टाचार को कम करना संभव है।