Manipur Violence: मणिपुर हिंसा मामले को लेकर गृह मंत्री अमित शाह एक्शन मोड में आ गए हैं। उन्होंने मणिपुर के राज्यपाल की अध्यक्षता में एक शांति समिति का गठन किया है। इस समिति में सीएम भी शामिल होंगे।
शांति समिति में ये लोग शामिल
गृहमंत्रालय के अनुसार शांति समिति के सदस्यों में सीएम, राज्य के कुछ मंत्री, सांसद विधायक और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता शामिल हैं। मंत्रालय के मुताबिक, समिति में पूर्व सिविल सेवक, शिक्षाविद साहित्यका, कलाकर, समाजिक कार्यकर्ता और विभिन्न जातीय समूहों के प्रतिनिधि भी शामिल हैं।
मणिपुर में नहीं रही हिंसा
आपको बता दें मणिपुर में हिसा का दौर जारी है। ताजा मामला खोखेन गांव का है, जहां शुक्रवार को जवानों की वर्दी में आए मैती समुदाय के उग्रवादियों ने पहले कॉबिंग के बहाने ग्रामीणों को घरों के बाहर बुलाया और फिर उन पर फायरिंग करनी शुरू कर दी। इस गोलीबारी में एक महिला समेत तीन की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए।
खोखेन गांव, पश्चिमी इंफाल जिले और कांगपोकपी के बीच में स्थित है, जहां शुक्रवार को हिंसा हुई। जिन लोगों की मौत हुई है, वे अलग-अलग समुदाय के हैं। घटना के बाद सेना, पुलिस और असम राइफल्स के जवान मैती उग्रवादियों की तलाश में जुटी हुई हैं।
CBI ने दर्ज की छह FIR
मणिपुर हिंसा की जांच सीबीआइ कर रही है।सीबीआइ ने अभी तक छह FIR दर्ज की है, जिसमें पांच आपराधिक साजिश की है। सीबीआइ इस बात का पता लगाएगी कि तीन मई से जारी कुकी औऱ मैती समुदाय के बीच हिंसा तो नहीं है।
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SC ने तत्काल सुनवाई से किया इनकार
सुप्रिमकोर्ट ने मणिपुर हिंसा के समय इंटरनेट पर प्रतिबंध के खिलाफ दायर याचिका को तत्काल सुनने से इनकार कर दिया है।SC ने कहा कि हाईकोर्ट पहले ही मामला सुन रहा है। इसलिए दोहरी सुनवाई की जरुरत नहीं है।
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