कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने हिंदू धर्म में शंकराचार्यों के योगदान पर सवाल उठाया था।प्रमोद तिवारी ने कहा अगर बीजेपी हिंदू धर्म और सनातन धर्म में विश्वास करती है, तो उन्हें शंकराचार्य के खिलाफ बयान देने का कोई अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा, बीजेपी के कैबिनेट मंत्री नारायण राणे ने शंकराचार्यों के खिलाफ अपमानजनक बयान दिया है। इसके लिए बीजेपी को माफी मांगनी चाहिए। ऐसा लगता है कि बीजेपी ने जबरदस्ती राणे से ये बयान दिलवाया है।
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पालघर में शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि शंकराचार्यों को कुछ चीजों की आलोचना करने के बजाय राम मंदिर को आशीर्वाद देना चाहिए। राणे ने उन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी को राजनैतिक चश्मे से देखने का आरोप लगाया था।राणे ने कहा था कि शंकराचार्यों को बताना चाहिए कि हिंदू धर्म में उनका क्या योगदान है।
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को कोई अधिकारी नहीं है, अगर वो हिंदू धर्म मानते हैं। सनातन मानते हैं। तो सनातनों के जो चार शंकराचार्य हैं, जिस तरीके से आज उनके कैबिनेट मंत्री भारत सरकार श्री नारायण राणे ने अपमानजनक टिप्पणी की है और जिस तरीके से उनको अपमानित किया है। भारतीय जनता पार्टी इसके लिए माफी मांगे। लगता है कि नारायण राणे जी से बुलवाया है हमारे भाजपा के दोनों बड़े नेताओं ने।