(प्रणय शर्मा): दिल्ली नगर निगम में हुए बवाल के बाद कांग्रेस पार्टी ने भी इस पर कड़ा विरोध दर्ज किया है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व में मंत्री डॉक्टर नरेंद्र नाथ ने एलजी से अपील की है कि निगम की संपत्ति को जो नुकसान पहुंचा है उसका हर्जाना उत्पात मचा रहे पार्षदों से वसूला जाना चाहिए।
शुक्रवार को दिल्ली नगर निगम की पहली बैठक में जोरदार हंगामा देखने को मिला आलम यह था कि आम आदमी पार्टी और बीजेपी के पार्षदों के बीच में हाथापाई तक हो गई यहां तक कि कुछ पार्षदों ने निगम की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया इस पूरे मुद्दे को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी एक बार फिर से आमने सामने है, वहीं कांग्रेस इस मुद्दे पर दोनों ही पार्टियों को गिरती हुई नजर आ रही है।
कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेता और पूर्व में दिल्ली सरकार में मंत्री रहे नरेंद्र नाथ ने कहा कि वह खुद भी निगम के पार्षद रह चुके हैं। लेकिन सदन के अंदर जिस तरीके का माहौल शुक्रवार को देखने को मिला ऐसा नजारा कभी किसी ने नहीं देखा था, उन्होंने कहा कि यह बेहद शर्मनाक बात है दिल्ली की जनता ने जनप्रतिनिधियों को चुनकर दिल्ली के विकास के लिए नगर निगम में भेजा है लेकिन चुने हुए प्रतिनिधि सदन के अंदर हाथापाई करते हुए नजर आ रहे हैं।
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डॉक्टर नरेंद्र नाथ ने कहा कि आम आदमी पार्टी का यह चरित्र रहा है चाहे बात विधानसभा की करें या नगर निगम की करें आम आदमी पार्टी के चुने हुए प्रतिनिधियों ने विपक्ष के नेताओं के साथ हमेशा बदसलूकी की है। पूर्व मंत्री नरेंद्र नाथ ने कहा कि इस मामले पर दिल्ली के उपराज्यपाल को सख्त कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन पार्षदों ने सदन के अंदर कल अमर्यादित व्यवहार दिखाया है। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि निगम की संपत्ति को जिसने भी नुकसान पहुंचाया है उसका हर्जाना भी उन्हीं पार्षदों से वसूलना चाहिए।
गौरतलब है की शुक्रवार को निगम में पार्षदों का इस तरह का अराजक रूप से दिल्लीवासी भी हैरान है, दिल्ली नगर निगम की कार्रवाई और वहां मचे बवाल के बाद आखिरकार अब निगम की अगली बैठक कब होगी इसके ऊपर भी संशय बरकरार है।