नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) , प्रवर्तन निदेशालय और अलग-अलग राज्यों की संयुक्त पुलिस ने आज गुरुवार आधी रात से 11 राज्यों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के कई ठिकानों पर छापेमारी की, जो अब तक जारी है। टेरर फंडिंग केस में हो रही इस कार्रवाई में इन राज्यों में PFI से जुड़े 106 सदस्यों को अरेस्ट किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गिरफ्तार होने वालों में PFI के चीफ ओमा सालम भी शामिल है। ओमा सालम के साथ पीएफआई के केरल राज्य प्रमुख मोहम्मद बशीर, राष्ट्रीय सचिव वीपी नजरूद्दीन और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पी कोया को हिरासत में लिया गया है। Breaking news hindi,
NIA की यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, असम, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रेदश, पुडुचेरी और राजस्थान में जारी है। इसमें ED और राज्य पुलिस भी NIA के साथ शामिल हैं। मिली जानकारी के मुताबिक इस रेड को NIA के करीब 200 अधिकारी अंजाम दे रहे हैं। PFI के खिलाफ अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है। जिसमें आंध्र प्रदेश-5, असम-9, दिल्ली-3, कर्नाटक-20, केरल-22, एमपी-4, महाराष्ट्र-20, पुडुचेरी-3, राजस्थान-2, तमिलनाडु-10 और यूपी-8 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। वहीं PFI के कार्यकर्ता इस रेड के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर उतर आए हैं। PFI की तरफ से बयान जारी करते हुए कहा गया है की सेंट्रल एजेंसी हमें प्रताड़ित कर रही है। और यह सब उनकी आवाज को दबाने के लिए किया जा रहा है।
वहीं इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने PFI पर एनआईए के छापे को लेकर NSA, गृह सचिव, डीजी एनआईए सहित अधिकारियों के साथ बैठक की। Breaking news hindi,
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बता दें की यह तलाशी आतंकवाद के लिए फंडिंग करने, प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने और प्रतिबंधित संगठनों में शामिल होने के लिए, लोगों को कट्टरपंथी बनाने में शामिल व्यक्तियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों में की जा रही है। वहीं समाज में सांप्रदायिकता फैलाने के आरोप में PFI अभी सिर्फ झारखंड में ही बैन है। इसके खिलाफ संगठन ने कोर्ट में अपील भी की है। वहीं केंद्र सरकार भी PFI पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। इसके लिए अगस्त में ही एक टीम बनाई गई थी, जिसे 3 मोर्चे पर काम करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।