(आकाश शर्मा)- DELHI/NCR FLOOD-राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ रहा है। आज सुबह सात बजे पुराना लोहे के पुल पर यमुना नदी का जलस्तर 205.81 मीटर दर्ज किया गया। अगर यह 206.7 मीटर तक पहुंच गया तो यमुना खादर में फिर बाढ़ आ सकती है। जिससे दिल्ली में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पडेगा।
हरियाणा के यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, अधिक पानी छोड़े जाने के कारण यमुना नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी है। इससे दिल्ली सरकार की चिंता बढ़ गई है। दिल्ली की राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि केंद्रीय जल आयोग के ताजा अपडेट के अनुसार आज शाम तक यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर सकती है। ऐसी स्थिति में उत्पन्न संभावित जोखिम और चुनौती से निपटने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एवं पूरी सरकार तैयार है।
इस बीच पड़ोसी राज्य हरियाणा के अलावा पंजाब में भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं। हथिनीकुंड बैराज से शनिवार को छोड़े 2.23 लाख क्यूसेक पानी से हिंडन और यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में पांच जगह बादल फटे है। इससे कई जगह सड़कें ध्वस्त हो गईं। मलबा आने से कई हाईवे बंद हो गए।
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हिंडन नदी ने गाजियाबाद में बाढ़ लाई
दिल्ली से सटे गाजियाबाद में भी हिंडन नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया। साथ ही हिंडन नदी से सटे गांव अटौर, नगला फिरोज मोहनपुर, रिस्तल, शमशेर, बहादुरपुर, भनेड़ा फरुखनगर, मोरटी में बाढ़ का पानी लोगो को परेशान कर रहा है। अटौर से लोनी जाने वाले रास्ते को आवाजाही के लिए रोका गया। अभी तो केवल खादर के इलाको में ही पानी आया, अगर जलस्तर बढ़ा तो गांव की आबादी पूरे तरीके से जलमग्न हो जाएगी। खादर में बसी बस्तियां पहले से ही पानी में डूबी है।