सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देशभर में कुल 7506 वर्ग किलोमीटर के फॉरेस्ट लैंड पर अवैध कब्जा है। अवैध कब्जा कितना बड़ा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कब्जे वाली भूमि का क्षेत्रफल राजधानी दिल्ली के क्षेत्रफल से लगभग पांच गुना ज्यादा है।
अकेले असम में 3,407.48 वर्ग किलोमीटर (क्षेत्रफल का 12.69 प्रतिशत) फॉरेस्ट लैंड पर अवैध कब्जा है। ये भारत में कुल अतिक्रमित फॉरेस्ट लैंड का 45 प्रतिशत है। भारत में कुल 7,75,288 वर्ग किलोमीटर फॉरेस्ट लैंड है, जोइसके कुल क्षेत्रफल का 23.58 प्रतिशत है।
ताजा आंकड़ों से पता चला है कि देश में 7,50,633 हेक्टेयर या 7,506.33 वर्ग किलोमीटर फॉरेस्ट लैंड पर अवैध कब्जा है। अगस्त में 2022 में जारी किए गएआंकड़ों के मुताबिक 7,400 वर्ग किलोमीटर फॉरेस्ट लैंड पर अवैध कब्जा हो चुका है।
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पूर्वोत्तर राज्यों असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड और त्रिपुरा में कुल फॉरेस्ट लैंड का 56 प्रतिशत हिस्सा अतिक्रमण के दायरे में है। वहीं अरुणाचल प्रदेश में ये 534.50 वर्ग किलोमीटर, मणिपुर में 22.13 वर्ग किलोमीटर, मेघालय में 98.16 वर्ग किलोमीटर, मिजोरम में 107.07 वर्ग किलोमीटर, नगालैंड में 0.25 वर्ग किलोमीटर और त्रिपुरा में 36.21 वर्ग किलोमीटर है।आंकड़ों से ये भी पता चलता है किगोवा, लक्षद्वीप और पुडुचेरी में फॉरेस्ट लैंड पर किसी तरह की कोई अवैध कब्जा नहीं है।