Health: हिचकी जब आती है तो हम सोचते हैं कि कोई हमें याद कर रहा है. लेकिन कभी -कभी हिचकीयां हमें ज्यादा आने लगती है तो हम पानी पी कर बंद करने की कोशिश करते है. तो कुछ उल्टी गिनती गिनने लग जाते हैं तो कुछ दोस्तों का नाम लेने लग जाते है जो इन्हें याद कर रहे हो.लेकिन हिचकी आना अच्छी बात नही है. इसके पीछे कई कारण होते हैं लेकिन इस समस्या का असली कारण जानने की कोई कोशिश नहीं करता है. चलिए आपको खबर के जरिए हिचकी आने के पीछे के कारण बताते हैं.
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हिचकी क्यों आती है?- हिचकी आना हमारी शरीर की एक प्रक्रिया है. वैज्ञानिकों के मुताबिक हिचकी का संबंध सीधे सांस से है. हमारे डाइजेशन या रेस्पिरेट्री सिस्टम में गड़बड़ी और ज्यादा हलचल होती है तो हिचकी आना शुरू हो जाती है. पेट और फेफड़ों के बीच स्थित डायाफ्राम और पसलियों की मसल्स में कॉन्ट्रक्शन होने के कारण हिचकी आती है. आमतौर पर जब आप सांस लेते हैं तो डायाफ्राम इसे नीचे की ओर खींचता है और सांस छोड़ने पर यह आराम की स्थिति में वापस आ जाता है.
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डायाफ्राम के सिकुड़ने से फेफड़े तेजी से हवा खींचने लगते हैं जिससे व्यक्ति को हिचकी आने लगती है. वही हिचकी आने का कारण पेट से भी संबंध है. अगर खाना अधिक खा लेते हैं तो पेट बहुत ज्यादा फूल जाता है तो इससे भी हिचकी आती हैं. हिचकी का कारण ये भी हो सकता है खाना गले में फंसना या अधिक तीखा खाना खाने से भी होता हैं.
कैसी बंद हो सकती है हिचकियां?- हिचकियां बंद करने के लिए आप ठंडा पानी पी सकते हैं. ठंडा पानी डायफ्रॉम की उत्तेजना को शांत करता है. इसके अलावा आप हिचकियां बंद करने के लिए थोड़ी देर के लिए अपनी सांस भी रोक सकते हैं.Health