आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पीएम की सुरक्षा को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में गंदी राजनीति चल रही है। मैं हर पंजाबी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि अगर आप सत्ता में आती है तो हम जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेंगे। हम राष्ट्रीय, आंतरिक सुरक्षा पर किसी भी तरह की राजनीति नहीं करेंगे।
केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में सभी धर्मों के साथ साथ व्यापारियों की सुरक्षा को सुनिश्चित बनाया जाएगा। पंजाब आतंकवाद के एक बुरे दौर से गुजरा है। इसमें सभी का काफी नुकसान हुआ है जिस कारण लोगों के मन में सुरक्षा को लेकर चिंता रहती है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर भाजपा और कांग्रेस की तरफ से राजनीति की जा रही है।
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कोरोना के वक्त केंद्र के साथ मिलकर काम किया
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और अंतरिक सुरक्षा को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए। पिछले दिनों जगह जगह टिफिन बम मिले, ड्रोन आते है, लुधियाना में बम ब्लास्ट और बेअदबी की घटनाएं हुई है। इससे लोग घबराए हुए हैं। अगर पंजाब में आप की सरकार आएगी तो हर व्यक्ति की सुरक्षा का जिम्मा सरकार का होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हम सात साल से सरकार चला रहे है। केंद्र सरकार से मतभेद रहते है, लेकिन जब देश का मुद्दा या फिर समाज का मुद्दा आया है तो आप की तरफ से कोई राजनीति नहीं की गई। कोरोना के वक्त केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम किया और कोरोना को मैनेज किया। उन्होंने कहा कि लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि राष्ट्रीय सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा पर कोई राजनीति नहीं करेंगे। पंजाब एक बॉर्डर स्टेट है और अगर पंजाब में आप की सरकार आती है तो केंद्र के साथ मिल काम किया जाएगा।
एसवाईएल पर दिया गोलमोल जवाब
अरविंद केजरीवाल ने सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) के मुद्दे पर एक बार फिर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। उन्होंने उल्टा इसके लिए कांग्रेस और भाजपा को ही जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि एसवाईएल हमने तो कराया नहीं। अगर उनके स्टैंड स्पष्ट करने से मामला हल होता है तो वह अभी स्टैंड ले लेते है। हल करवा लें। एसवाईएल इन्हीं लोगों ने शुरू किया था। इसके लिए कई लोगों ने गुरुग्राम में जगह भी ली थी। दोनों पार्टियों ने मिल कर शुरुआत की थी। जब पंजाब में कांग्रेस की सरकार थी तो ऊपर केंद्र में भी कांग्रेस की सरकार थी। जब पंजाब में अकाली भाजपा की सरकार थी तो हरियाणा में भाजपा की सरकार थी तो केंद्र में भी भाजपा की सरकार थी उस समय तो किसी ने स्टैंड स्पष्ट किया नहीं। यह लोग पंजाब में कुछ बोलते है, हरियाणा में कुछ, केंद्र में कुछ जाकर बोलते है और सुप्रीम कोर्ट में कुछ अलग ही बयान दे आते हैं।
केजरीवाल ने पानी के मुद्दे पर सिर्फ इतना कहा कि जो पंजाब के अधिकार हक हैं, वो मरने नहीं चाहिए। अगर पंजाब में आप की सरकार आएगी तो सुनिश्चित किया जाएगा कि पंजाब के हक नहीं मरेंगे। यह मामला मिल बैठ कर या फिर कोर्ट में हल होगा। इस मामले में कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। हर चुनाव से पहले यह लोग एसवाईएल का मुद्दा ले आते हैं। इस पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल से भी स्टैंड पूछ लेना चाहिए। कांग्रेस से भी स्टैंड पूछ लेना चाहिए। इस मुद्दे पर सिर्फ राजनीति हो रही है। राजनीति से न तो पंजाब का फायदा है न ही किसी ओर स्टेट का।