( सत्यम कुशवाह ), अयोध्या- उत्तर प्रदेश के अयोध्या धाम में 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों द्वारा भव्य-दिव्य राम मंदिर का उद्घाटन और उसमें रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। राम मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या दुनिया का सबसे बड़ा पर्यटन केंद्र बनेगा ऐसा अनुमान जताया जा रहा है। जिससे अयोध्या में विकास की रफ्तार के साथ-साथ देश व प्रदेश की अर्थव्यवस्था में भी भारी इजाफा देखने को मिलेगा।
आपको बता दें, अयोध्या धाम में 22 जनवरी 2024 को होने जा रहे भव्य-दिव्य राम मंदिर के उद्घाटन और उसमें रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर तैयारियां जोरों शोरों से चल रही हैं। मंदिर प्रशासन की ओर से देश की जनता से अनुरोध किया गया है कि 22 जनवरी को सभी लोग अपने घरों, अपने नजदीकी मंदिरों में ही धूप-दीप जलाकर राम मंदिर में प्रभु के विराजने का उत्सव मनाएं और राम भजनों का संकीर्तन करें। कार्यक्रम में किसी भी प्रकार का व्यवधान ना पड़े और ज्यादा भीड़भाड़ के कारण देश की जनता को कोई परेशानी ना हो इसलिए कृपया इस दिन कोई अयोध्या ना आए, जिन महानुभावों को आमंत्रण पत्र भेजा गया है इस दिन केवल वहीं आएंगे। वहीं 23 जनवरी से सभी राम भक्तों के लिए दर्शन हेतु दरबार खुल जाएंगे।
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अब अनुमान लगाया जा रहा है कि अयोध्या में वर्षों के विवाद के बाद बन रहे इस भव्य दिव्य राम मंदिर के उद्घाटन उपरांत देश व प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई रफ्तार मिलेगी। देश और प्रदेश में इससे पर्यटन को बढ़ावा भी मिलेगा और यह मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा पर्यटन केंद्र बनकर उभर सकता है। खासकर अयोध्या वासियों के भविष्य के लिए सुनहरे अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। रोजगार के साथ आय के विभिन्न श्रोतों का यहां समागम देखने को मिलेगा। अयोध्या वासियों का जीवन खुशहाल बनेगा। राम जी की कृपा से सब फलेंगे-फूलेंगे, सबके मनोरथ पूरे होंगे।
अयोध्या के मेयर गिरीश त्रिपाठी के अनुसार कि राम मंदिर के दरवाजे खुलने के बाद अयोध्या में प्रभु रामलला के दर्शनों के लिए हर दिन 500 या 1000 नहीं बल्कि रोज लाखों की संख्या में लोग आएंगे। इसका प्रभाव हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री के साथ दूसरे क्षेत्रों पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और लोगों के लिए आय के श्रोतों में इजाफा भी होगा।