(इशिका)- ISKCON Amogh Leela Das-सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले संत अमोघ लीला दास के प्रवचन लगातार ट्रेडिंग में रहते है। लेकिन इन्होंने स्वामी विवेकानंद और उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस पर एक टिप्पणी दी थी जिसको सुनने के बाद इस्कॉन ने अमोघ लीला दास पर 1 महीने का बैन लगा दिया। इस्कॉन की तरफ से एक बयान आया जिसमें कहा गया कि “अमोघ लीला दास के बयान से हम काफी आहत हुए है उन्होंने जो बयान दिया है वह बिल्कुल अनुचित है, यही कारण है कि अमोघ लीला दास पर 1 महीने का बैन लगाया गया है।”
सिद्ध पुरुष मछली नहीं खाएगा क्योंकि मछली को भी दर्द होता है-अमोघ लीला दास
अमोघ लीला दास 29 साल की उम्र में ही इस्कॉन में शामिल हो गए थे। सोशल मीडिया पर भी उनकी काफी अच्छी फैन- फॉलोइंग है, उनके प्रवचन भी सोशल मीडिया पर काफी ट्रेडिंग में रहते है। लेकिन इस बार उन्होंने एक विवादित बयान दिया है जिसके कारण उन्हें इस्कॉन से एक महीने के लिए बैन किया गया है।
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अमोघ लीला दास ने कहा कि “अगर स्वामी विवेकानंद मांस-मछली खाते है तो वह एक सिद्ध पुरुष कैसे हुए? सिद्ध पुरुष कभी मछली नहीं खाएगा क्योंकि मछली को भी दर्द होता है। सिद्ध पुरुष के दिल में करुणा होती है। स्वामी विवेकानंद की कुछ चीजें स्वीकार्य नहीं है।” इतना ही नहीं उन्होंने उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस पर भी निशाना साधा। संत की यह टिप्पणी इस्कॉन को बिल्कुल पसंद नहीं आई जिसके कारण इस्कॉन ने अमोघ लीला दास पर प्रतिबंध लगा दिया।