बेगमपेट के हैदराबाद पब्लिक स्कूल में सातवीं कक्षा की छात्रा आकर्षणा सतीश का उस समय खुशी का ठिकाना नहीं रहा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात संबोधन के दौरान पुस्तकालयों की स्थापना के प्रयासों के लिए उनकी तारीफ की।
छात्र आकर्षणा सतीश ने कहा कि हमें बहुत गर्व है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात में मेरी लाइब्रेरी पहल के बारे में बात की थी। ये एक सपना सच होने जैसा था और ये खुशी और संतुष्टि महसूस कराता है कि लाइब्रेरी पहल में मेरा सारा काम और प्रयास सफल रहा है और पहचाना गया है और इसे कई लोगों के लिए प्रेरणा के रूप में देखा जा सकता है ।
11 साल की आकर्षणा ने 2021 से सात पुस्तकालय स्थापित किए हैं जिनमें पांच हैदराबाद में और दो तमिलनाडु में हैं। खुद एक शौकीन पाठक होने के कारण, उन्होंने इन पुस्तकालयों को भरने के लिए अपने पड़ोसियों, सहपाठियों और परिवार के सदस्यों से किताबें इकट्ठा कीं।
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सतीश कुमार आकर्षणा के पिता ने कहा कि कोविड के समय में हमने सिर्फ कैनर बच्चों को 54 दिनों का भोजन दान किया था। वो हमारे साथ जुड़ गईं और वहां के बच्चों के साथ बातचीत करना शुरू कर दिया। वे कलरफुल किताबें मांग रहे थे और वो चाहती थीं कि किताबें वहां दान की जाएं। क्योंकि वहां बहुत सारे बच्चे हैं हमने उसे किताबें इकट्ठा करने के लिए अपार्टमेंट के दोस्तों, परिवारों को संदेश भेजने के लिए प्रोत्साहित किया।आकर्षणा सतीश अपने पुस्तकालयों के लिए 5,800 किताबें इकट्ठा कर चुकी हैं । उनका लक्ष्य इस साल के अंत तक तेलंगाना में दो और पुस्तकालय खोलने का है।