Manipur: मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रदीप कुमार झा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य जिला प्रशासन, पुलिस, सुरक्षा बलों, अर्धसैनिक बलों, सेना और असम राइफल मिलकर काम कर रहे हैं। इंफाल में पीटीआई वीडियो से उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश राज्य में शांति पूर्व तरीके से चुनाव करने की है। ताकि ज्यादा से ज्यादा मतदाता वोट डाल सके।
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प्रदीप कुमार झा ने आगे कहा कि सुरक्षा के सभी इंतजाम किए गए हैं। प्रशासन की तरफ से कोशिश की जा रही है कि लोगों को वोटिंग के दिन बाहर निकलने पर किसी तरह का डर या आशंका महसूस न हो। राज्य में पहली बार मतदान करने वाले और युवा मतदाताओं को बढ़ावा देने के लिए विश्वास बहाली की भी कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि हिंसा के बाद लोगों का बड़ी संख्या में विस्थापन बड़ी समस्या है। लेकिन उसे विशेष मतदान केंद्र बनाकर कवर कर लिया गया है। सुरक्षा इंतजाम को लेकर उन्होंने आश्वासन दिया कि अलग-अलग चरणों में चुनाव के वक्त अर्धसैनिक बलों की 200 कंपनियां तैनात की जाएंगी और इनकी नियुक्ति विशेष जिले या इलाके की संवेदनशीलता के आधार पर होगी। राज्य में लोकसभा की दो सीटें हैं। आंतरिक मणिपुर और बाहरी मणिपुर। राज्य में दो चरणों में मतदान होगा। 19 अप्रैल और 26 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे।
मणिपुर के मुख्य चुनाव अधिकारी प्रदीप कुमार झा ने कहा कि जिला प्रशासन, पुलिस, सुरक्षा बल, अर्धसैनिक बल, सेना और असम राइफल मिल कर काम कर रहे हैं। ये कोशिश की जा रही है कि किसी भी मतदाता को वोटिंग के लिए बाहर आते समय किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो। सभी सुरक्षा व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। हम पहली बार मतदाताओं, युवा मतदाताओं, स्वीप गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं जो कई उन वोटरों को जागरुक करेंगे जो वोट डालना नहीं चाहते हैं।
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हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। हिंसा के बाद लोगों का बड़ी संख्या में विस्थापन बड़ी समस्या है। हम उस मोर्चे को पहले ही विशेष मतदान केंद्र बनाकर कवर कर चुके हैं। लोगों की सुरक्षा चिंता का विषय है। राज्य को अर्धसैनिक बलों की 200 कंपनियां दी गई हैं जिन्हें चुनाव के अलग-अलग चरणों में तैनात किया जाएगा और हम उन्हें विशेष जिले या इलाके की संवेदनशीलता के आधार पर तैनात कर रहे हैं।