(आकाश शर्मा)- MANSOON SESSION-संसद का मानसून सत्र आज 11 बजे से प्रारंभ हो रहा है। संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से चले और बजट सत्र की तरह केवल हंगामे की भेंट न चढ़ जाए, इसके लिए सरकार के द्वारा सर्वदलीय बैठक भी हुई। सरकार ने साफ कह दिया कि वह हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, बशर्ते मामले नियमानुसार उठाए जाएं। बावजूद इसके विपक्ष सरकार को घेरने और हंगामा मचाने की मंशा रखता है।
मणिपुर की हिंसा हो या ओडिसा रेल हादसा हम चर्चा के लिए तैयार
सरकार ने घोषणा की है कि वह मणिपुर सहित ओडिशा में रेल दुर्घटना आदि मामलों पर नियमानुसार बहस और चर्चा को तैयार है। इसके बावजूद कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी, राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झां, एआईएआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा कार्यालय को स्थगन नोटिस भेजकर मणिपुर पर चर्चा कराए जाने की मांग की है। साफ है कि विपक्ष चाहता है कि शून्य काल या प्रश्न काल को स्थगित करके सबसे पहले मणिपुर में जारी हिंसा पर चर्चा कराई जाए।
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विपक्ष ने मणिपुर मामले पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाए है
मणिपुर हिसा पर विपक्ष के तेवर तल्ख है। केंद्र सरकार हो या फिर मणिपुर सरकार हो विपक्ष लगातार पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाता है। इसी मामले में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन ने ट्वीट किया है। उन्होने लिखा है मणिपुर में मानवता मर गयी है। मोदी सरकार और भाजपा ने राज्य के नाजुक सामाजिक ताने-बाने को नष्ट करके लोकतंत्र और कानून के शासन को भीड़तंत्र में बदल दिया है। नरेंद्र मोदी जी,भारत आपकी चुप्पी को कभी माफ नहीं करेगा। यदि आपकी सरकार में ज़रा भी विवेक या शर्म बची है, तो आपको संसद में मणिपुर के बारे में बोलना चाहिए और केंद्र और राज्य दोनों में अपनी दोहरी अक्षमता के लिए दूसरों को दोष दिए बिना, देश को बताना चाहिए कि क्या हुआ। आपने अपनी संवैधानिक ज़िम्मेदारी छोड़ दी है।
Humanity has died in Manipur.
Modi Govt and the BJP has changed Democracy and the rule of law into Mobocracy by destroying the delicate social fabric of the state. @narendramodi ji,
India will never forgive your silence.
If there is any conscience or an iota of shame left…
— Mallikarjun Kharge (@kharge) July 20, 2023