नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के मुंडका अग्निकांड से जुड़ी अपडेट्स लगातार सामने आ रही है। इसी कड़ी में अब दिल्ली के फायर चीफ अतुल गर्ग का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि, जिस बिल्डिंग में आग लगी उसका नक्शा पास नही था, बाहर निकलने का एक ही रास्ता था जिसके कारण आग ने भीषण रुप लिया। फायर चीफ ने आगे बताया कि इस फैक्ट्री में प्लास्टिक उपकरणों से बनाए जाने वाले मैटीरियल से काम होता था, जिसके चलते एक फ्लोर से दूसरें फ्लोर में आग तेजी से फैली।
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने ट्वीट कर जताया दुख
वहीं इस दर्दनाक हादसे पर दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दुख जताया है। उन्होंने मुंडका घटना पर ट्वीट कर कहा- दिल्ली के मुंडका में भीषण आग की घटना से गहरा दुख हुआ। बचाव के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद कई कीमती जानें चली गईं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
Deeply pained by the tragic fire incident in Mundka, Delhi. Despite best rescue efforts many precious lives were lost. My deepest Condolences to the bereaved families and prayers for speedy recovery of those injured.
— LG Delhi (@LtGovDelhi) May 14, 2022
बिल्डिंग के मालिक गिरफ्तार
मुंडका अग्निकांड पर डीसीपी आउटर जिला समीर शर्मा ने बताया कि, हादसे में कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया जा चुका है और बिल्डिंग के मालिकों वरुण गोयल और हरीश गोयल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। वरुण और हरीश के पिता अमरनाथ की भी इस हादसे में मौत हो गई है। पिता अमरनाथ इमारत की छत पर मौजूद थे।
सीटू के पदाधिकारियों का फूटा गुस्सा
मुंडका अग्निकांड के बाद अब दिल्ली के फैक्ट्री कर्मचारियों का सरकार पर गुस्सा फूट पड़ा है। इसी सिलसिले में घटना स्थल पर सीटू के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन किया है। इन लोगों का कहना है कि, फैक्ट्री मैन्युअल का उल्लंघन किया जा रहा है। अब तक कई हादसों में सैकड़ों मजदूरों की जान जा चुकी है। लेकिन हादसे की रोकथाम के लिए कदम नही उठाये गये। सीटू के पदाधिकारियों ने मृतकों के परिजनों को सरकारी नौकरी और मुआवजा देने की मांग की है।