दिल्ली में शुक्रवार को मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास एक इमारत में भयंकर आग लग गई। हादसे में करीब 27 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं 30 के आस–पास लोग घायल हुए हैं। मुंडका में हुए इस हादसे ने करीब 25 साल पहले का वो जख्म हरा कर दिया जो साउथ दिल्ली के ग्रीन पार्क के उपहार अग्निकांड ने दिया था।
याद आया उपहार कांड
25 साल पहले का वो दिन, तारीख थी 13 मई 1997। उस दिन साउथ दिल्ली के उपहार सिनेमा हॉल में सुपरहिट फिल्म बॉर्डर दिखाई जा रही थी। फिल्म के दौरान ही हॉल में आग लगी और देखते ही देखते 59 लोगों की जलने, दम घुटने और भागदौड़ के कारण मौत हो गई। हादसे के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा और उपहार हॉल के मालिक असंल बंधुओं को सजा और जुर्माना हुआ लेकिन हादसे में जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई उनके परिजन आज भी बिना मकसद जीवन जी रहे हैं।
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पहले भी हुए हैं ऐसे भयानक हादसे
उपहार कांड के बाद भी दिल्ली में ऐसे कई हादसे हुए हैं जिनमें कई लोगों की मौत हुई है। इनमें 20 नवंबर 2011 को नंदनगरी में किन्नरों के सर्वधर्म सम्मेलन में आग लगने से 14 की मौत हुई थी और 40 घायल हुए थे। इसके बाद 7 जुलाई 2017 को सीमापुरी के दिलशाद गार्डन में हुआ था जहां पर एक मकान में आग लगने से एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत हुई थी। 21 जनवरी 2018 को बवाना के इंडस्ट्रियल एरिया में पटाखा फैक्ट्री में आग लगी थी और 17 लोगों की मौत हो गई थी।
12 फरवरी 2019 को करोल बाग के अर्पित होटल में 17 लोगों की मौत हुई थी। 8 दिसंबर 2019 को दिल्ली की अनाज मंडी में आग लगने से 45 लोगों की मौत हुई थी। 2022 फरवरी में भी दिल्ली के गोकुलपुरी में झुग्गियों में आग लगने से कुल 7 मौत हुई थीं।