( प्रदीप कुमार )- लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को संसद भवन परिसर में विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर संसदीय शोध और प्रशिक्षण संस्थान (प्राइड) तथा यकृत व् पित्त विज्ञान संस्थान (आईएलबीएस) के सहयोग से आयोजित जागरूकता सत्र की अध्यक्षता की। इस अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण और रसायन और उर्वरक मंत्री, डॉ मनसुख मांडविया; राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश समेत अन्य गण्यमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
इस अवसर पर ओम बिरला ने विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर संसद में कार्यक्रम के सालाना आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि देश में जागरूकता और जांच के अभाव में हेपेटाइटिस से प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु हो जाती है किन्तु सही समय पर जांच और उपचार से इस संक्रमण का सम्पूर्ण रूप से उन्मूलन संभव हैं। वायरल हेपेटाइटिस के रोकथाम और उन्मूलन की दिशा में भारत सरकार क़दमों के सन्दर्भ में बिरला ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तत्वावधान में राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम से हेपेटाइटिस के नियंत्रण और प्रबंधन के लिए focussed दृष्टिकोण से काम किया जा रहा है।उन्होंने आगे कहा कि स्वास्थ्य को लेकर एक integrated approach अपनाई है और एक Long Term vision के साथ काम किया जा रहा है, जिनके उत्साहवर्धक परिणाम मिल रहे हैं।
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‘स्वस्थ नागरिक से स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण’ के लक्ष्य की दिशा में हो रहे कार्यों के सन्दर्भ में ओम बिरला ने कहा कि affordable इलाज और जन केन्द्रित नीतियों से सभी देशवासियों को लाभ मिल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि स्वास्थ्य सुविधा को सुलभ और सस्ता बनाने में टेक्नॉलॉजी का अधिकतम उपयोग किया जा रहा है और देशवासियों को timely health-care की सुविधा दी जा रही है। ओम बिरला ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि टेक्नॉलजी ने यह संभव बना दिया है कि दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी आधुनिक स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिले।
कोरोना काल में जन भागीदारी और सामूहिक प्रयासों का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने कहा कि भारत में हुए विश्व के सबसे बड़े, सबसे तेज़, सबसे प्रभावी कोविड टीकाकरण अभियान की प्रशंसा आज पूरी दुनिया कर रही है। ओम बिरला ने कहा कि सभी को सामूहिक रूप से देशवासियों की इस ताकत को हेपेटाइटिस रोगों के प्रति जागरूकता और निवारण में उपयोग करना होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि हेपेटाइटिस के उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य सेवा से जुड़े अधिकारियों, नीति-निर्माताओं और चिकित्सकों को समन्वित प्रयास करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए ओम बिरला ने कहा कि संसद से लेकर पंचायत तक हर स्तर पर जन प्रतिनिधियों को आम लोगों के बीच जागरूकता फ़ैलाने की आवशयकता है। ओम बिरला ने विश्वास व्यक्त किया कि सामूहिक प्रयासों से देश और सरकार सभी लक्ष्यों को प्राप्त कर सकेंगे।
केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, रसायन और उर्वरक मंत्री, डॉ मनसुख मांडविया और राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। लोक सभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह ने भी इस अवसर पर स्वागत भाषण दिया।