Om Birla: भारत के दौरे पर आए, मॉरीशस के नेशनल एसेंबली के स्पीकर महामहिम डुवाल एड्रिएन चार्ल्स ने आज संसद भवन परिसर में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस अवसर पर महामहिम डुवाल को स्पीकर के पद पर नियुक्ति के लिए बधाई देते हुए बिरला ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि मॉरीशस नेशनल असेंबली के स्पीकर (Speaker of the National Assembly) के रूप में नियुक्त होने के पश्चात वह सबसे पहले राजकीय दौरे पर भारत आए।
बिरला ने कहा कि यह दोनों देशों के बीच घनिष्ठ और मजबूत द्विपक्षीय संबंधों का परिचायक है । उन्होंने आशा व्यक्त की कि महामहिम डुवाल के नेतृत्व में आईपीयू जैसे अंतरराष्ट्रीय संसदीय मंचों पर भारत और मॉरीशस के बीच सहयोग और अधिक बढ़ेगा।
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दरअसल, भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के बारे में बात करते हुए, अध्यक्ष (Om Birla) ने बताया कि PM नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर ‘हर घर तिरंगा’ के अंतर्गत देश के करोड़ों परिवारों ने अपने घरों पर भारत का राष्ट्रीय ध्वज लहराया। उन्होंने आगे कहा कि यह अभियान विकसित भारत के लक्ष्य के प्रति करोड़ों भारतीयों के दृढ़ संकल्प का प्रतीक है।
भारत में संसदीय लोकतंत्र की सफलता के बारे में बात करते हुए उन्होने कहा कि संविधान देश की ताकत और इसकी प्राणशक्ति है। इस बात का उल्लेख करते हुए कि आज भारत विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि पिछले 78 वर्षों में देश में व्यापक सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन हुए हैं। इस सन्दर्भ में उन्होंने यह भी कहा कि चर्चा एवं संवाद के माध्यम से न केवल अनेक समस्याओं का समाधान हुआ है, बल्कि देश की विकास यात्रा भी निर्बाध रूप से आगे बढ़ रही है।
भारत और मॉरीशस के सदियों पुराने सम्बन्धों का उल्लेख करते हुए बिरला (Om Birla) ने कहा कि दोनों देशों के बीच अध्यात्म, भाषा और संस्कृति से जुड़ी अनेक समानताएं हैं जिससे दोनों देशों के लोग एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं। उन्होंने आगे कहा कि आज भी मॉरीशस के लोगों का भारतीय संस्कृति से जुड़ाव दोनों देशों की एकजुटता और सामूहिक शक्ति को दर्शाता है। बिरला ने यह भी कहा कि भारत से मॉरीशस जाने वाले हज़ारों पर्यटकों को दोनों देशों के लोगों के घनिष्ठ संबंधों का मज़बूत स्तम्भ है।
बता दें, ओम बिरला ने इस बात पर हर्ष व्यक्त किया कि भारत और मॉरीशस के बीच विभिन्न क्षेत्रों में साझेदारी लगातार बढ़ रही है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि डिजिटलीकरण और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में यह सहयोग और बढ़ेगा । भारतीय संसद के संसदीय लोकतंत्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान (PRIDE) के बारे में बिरला ने कहा कि प्राइड संसदीय प्रशिक्षण के क्षेत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और इसके प्रशिक्षण कार्यक्रमों से अब तक 100 से अधिक देशों के संसद सदस्य और अधिकारी लाभान्वित हुए हैं।
भारत और मॉरीशस के बीच संसदीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए बिरला ने दोनों देशों के बीच संसदीय शिष्टमंडलों के आदान-प्रदान पर बल दिया। उन्होंने आगे कहा कि संसदीय राजनय के माध्यम से भारत और मॉरीशस के नागरिकों के बीच संबंधों को और अधिक मजबूत बनाया जा सकता है। साझे लोकतान्त्रिक मूल्यों और आदर्शों पर आधारित भारत और मॉरीशस के द्विपक्षीय संबंधों की घनिष्ठता पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इन साझे मूल्यों के आधार पर दोनों संसदों को भी आपस में सहयोग बढ़ाना चाहिए।
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इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए, महामहिम डुवाल ने कहा कि वह भारत यात्रा के दौरान हुए स्वागत-सत्कार के लिए आभारी हैं। उन्होंने लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) को उनके ऐतिहासिक पुनर्निर्वाचन पर बधाई दी। उन्होंने भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मॉरीशस के लोगों और संसद की ओर से बधाई दी। भारतीय निर्वाचन प्रक्रिया की प्रशंसा करते हुए महामहिम डुवाल ने निर्वाचन आयोग के निष्पक्ष और पारदर्शी कार्यकरण की सराहना की।
भारत और मॉरीशस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बेहद खास बताते हुए महामहिम डुवाल ने संसद टीवी द्वारा मॉरीशस संसद को दी गई सहायता के लिए आभार व्यक्त किया। मॉरीशस संसद के डिजिटलाइजेशन कार्यक्रम के बारे में बताते हुए, महामहिम डुवाल ने कहा कि भारतीय संसद की डिजिटल संसद पहल से मॉरीशस में भी इसी तरह की पहल का मार्ग प्रशस्त हुआ है। महामहिम डुवाल ने डिजिटल प्रौद्योगिकी और प्रशिक्षण के क्षेत्रों में दोनों संसदों के बीच घनिष्ठ सहयोग पर जोर दिया।