(आकाश शर्मा)– सावन के तीसरे सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन व जलाभिषेक के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से ही लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे है। बाबा के दर्शन-पूजन कर धन्य हो रहे है। हर-हर महादेव के उद्घोष से न सिर्फ बाबा धाम, बल्कि आदिविश्वेशवर की नगरी काशी गुंजायमान हो रही है। तीसरे सोमवार को बाबा विश्वनाथ का अमृत वर्षा श्रृंगार होगा।
ज्ञानवापी का एएसआई सर्वे व सावन सोमवार को लेकर प्रशासन अलर्ट है। काशी विश्वनाथ कारिडोर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। अर्द्धसैनिक बलों के साथ ही कमांडो तैनात किए गए है।
बाबा आनंदेश्वर मंदिर परमट, बनखंडेश्वर महादेव, सोमनाथ मंदिर जागेश्वर महादेव समेत सभी मंदिरों में सुबह से भक्तों की भीड़ लगी हुई हैं। भक्तों के लिए मंगला आरती के पट खुलने के बाद से भक्त पूजा अर्चना की और सुख एवं समृद्धि के लिए बाबा का आशीर्वाद मांगा। भक्तों एवं मंदिरों की सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे एवं ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है। जागेश्वर मंदिर में सावन में प्रतिदिन सुबह चार बजे मंगला आरती होती है।
सोमवार को आरती व भोग के बाद भोर से पट भक्तों के लिए खुला। इसी तरह जाजमऊ स्थित सिद्धनाथ मंदिर, नागेश्वर मंदिर सावन के तीसरे सोमवार को सुबह चार बजे से मंदिर का पट खुलने बादे से भक्त पूजन व दर्शन करने के साथ बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक कर रहे है।
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देवो के देव, महादेव की पूजा अर्चना को शहर स्थित श्री सिद्धनाथ मंदिर परिसर के बाहर सोमवार को भारी भीड़ के मद्देनजर भोर तीन बजे जलाभिषेक को मंदिर कपाट खोल दिए गए। शिवभक्तों की जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक को कतारे लगने लगी। रविवार रात तीन बजे मंगला आरती के पश्चात जलाभिषेक व दुग्धाभिषेक का सिलसिला शुरू हुआ। बम बम बोल रहा है काशी…. समेत अन्य गीतों पर भक्तों का उत्साह सातवें आसमान पर दिखा। वहीं कावंड़ियें भी शहर के कई इलाकों से जलाभिषेक करने के लिए जल लेकर पहुंचे।