प्रदीप कुमार – दक्षिण सूडान की ट्रांज़िशनल नेशनल लेजिस्लेटिव असेंबली की अध्यक्ष, माननीय सुश्री जेम्मा नूनु कुम्बा के नेतृत्व में दक्षिण सूडान के संसदीय शिष्टमंडल ने आज संसद भवन परिसर में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की। शुरुआत में, ओम बिरला ने माननीय सुश्री जेम्मा नूनु कुम्बा को दक्षिण सूडान की ट्रांज़िशनल नेशनल लेजिस्लेटिव असेंबली की पहली महिला स्पीकर के रूप में निर्वाचित होने पर बधाई दी। अफ्रीकी महाद्वीप के साथ भारत के संबंधों पर बात करते हुए, ओम बिरला ने कहा कि भारत और अफ्रीका के बीच सदियों से मजबूत व्यापारिक और आर्थिक संबंध रहे हैं और लंबे समय से चले आ रहे व्यापार, सांस्कृतिक संबंधों और लोगों के आपसी संपर्क से दोनों देशों के बीच साझेदारी मजबूत हुई है।
उपनिवेशवाद के विरुद्ध लड़ाई में भारत और अफ्रीका के इतिहास का उल्लेख करते हुए, ओम बिरला ने कहा कि अफ्रीका में महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा के प्रयोग से कई देशों को स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा मिली । ओम बिरला ने कहा कि हमारे साझे इतिहास से हमें वैश्विक समृद्धि के लिए सामूहिक प्रयास करने की प्रेरणा मिलती है। ओम बिरला ने सुझाव दिया कि भारत में चुनावी प्रक्रिया में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की विश्वसनीयता और सुचारू संचालन के फलस्वरूप सफलतापूर्वक चुनाव हो रहे हैं।दक्षिण सूडान भी भारत के इस अनुभव से लाभान्वित हो सकता है। ओम बिरला ने यह भी कहा कि दक्षिण सूडान के चुनाव आयोग के अधिकारियों को मतदाता जागरूकता और शिक्षा सहित भारत में मतदान प्रणाली से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया जा सकता है।
अफ्रीका में शांति मिशनों में भारत की भूमिका का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र की पहल के तहत दक्षिण सूडान में अपनी शांति सेना भेजी है। ओम बिरला ने इस बात का उल्लेख भी किया कि इन शांति स्थापना पहलों के अलावा, भारतीय सैनिक मानवीय सहायता, समाज सेवा और दोनों देशों के बीच आपसी समझ और लोगों के बीच संपर्क विकसित करके क्षमता निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। ओम बिरला ने कहा कि भारत और अफ्रीका राष्ट्र निर्माण और आर्थिक परिवर्तन की यात्रा में भागीदार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह साझेदारी समय के साथ मजबूत हुई है। इस बात पर जोर देते हुए कि भारत दक्षिण सूडान में संसदीय लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, ओम बिरला ने कहा कि भारत दक्षिण सूडान में लोकतांत्रिक संस्थानों के विकास में मदद करेगा।
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ओम बिरला ने इस बात का उल्लेख भी किया कि भारत दक्षिण सूडान की राजनीतिक प्रणाली का समर्थन करता है और आशा करता है कि वर्तमान ट्रांसिशनल यूनिटी सरकार के सभी हितधारक निर्वाचित सरकार को सत्ता हस्तांतरित करने के समझौते को लागू करने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे। ओम बिरला ने दक्षिण सूडान विधानमंडल के सदस्यों और अधिकारियों की क्षमता निर्माण के लिए लोक सभा सचिवालय के प्राइड की सहायता की पेशकश की। स्पीकर बिरला ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दक्षिण सूडान द्वारा भारत के समर्थन किए जाने के लिए ट्रांजिशनल नेशनल लेजिस्लेटिव असेंबली के अध्यक्ष को धन्यवाद दिया।
भारत की जी20 अध्यक्षता के बारे में बात करते हुए, ओम बिरला ने कहा कि भारत और इसके जी20 भागीदार देशों की जी20 प्राथमिकताएं साझी है। इसके अलावा, भारत का दक्षिण सूडान सहित अफ्रीका के मित्र देशों का समर्थन प्राप्त करने का इरादा भी है। भारत की संसद इस साल जी20 देशों की संसदों के अध्यक्षों का पी20 सम्मेलन आयोजित करेगी और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के नाते भारत इस मंच पर वैश्विक मुद्दों को प्रभावी ढंग से सुलझाने की कोशिश करेगा।