(प्रदीप कुमार): पीएम मोदी ने आज हरियाणा के सूरजकुंड में आयोजित देश के सभी राज्यों के गृह मंत्रियों के सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने आतंकवाद- नक्सलवाद की चुनौती से निपटने पर जोर देते हुए कई अहम बातें कहीं। हरियाणा के सूरजकुंड में राज्यो के गृहमंत्रियो के दो दिवसीय ‘चिंतन शिविर‘ का आज आखिरी दिन रहा। इस दौरान पीएम मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश के सभी राज्यों के गृह सचिवों, डीजीपी, सशस्त्र सेना बलों और केंद्रीय सुरक्षाबलों के अधिकारियों से देश की सुरक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत बनाने पर जोर दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि देश में त्योहार का सीजन है, देश शांति से त्योहार मनाए। हर राज्य दूसरे राज्य से सीख ले। कानून व्यवस्था को लेकर पीएम ने कहा कि इसका सीधा संबंध राज्य के विकास से है।
पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने संबोधन में कहा कि आजादी का अमृतकाल हमारे सामने है। आने वाले 25 साल देश में एक अमृत पीढ़ी के निर्माण के हैं. ये अमृत पीढ़ी ‘पंच प्राणों’ के संकल्पों को धारण करके निर्मित होगी। पीएम मोदी ने कहा कि आज वैश्विक स्तर पर भारत जितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से भारत की चुनौतियां भी बढ़ने वाली है, विश्व की बहुत सारी ताकतें होंगी, जो नहीं चाहेगी कि उनके देश के संदर्भ में भारत सामर्थ्यवान बने। देश के विरोध में जो ताकते खड़ी हो रही हैं, जिस प्रकार हर चीज का उपयोग किया जा रहा है, सामान्य नागरिक की सुरक्षा के लिए, ऐसी किसी भी नाकारात्मक शक्तियों के खिलाफ कठोर से कठोर बर्ताव ही हमारी जिम्मेदारी है। पीएम मोदी ने इस दौरान ये भी कहा कि कलम वाले नक्सली देश के लिए ज्यादा खतरनाक है।
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, सभी सरकारों ने आतंकवाद के जमीनी नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए जिम्मेदारी से काम किया है। पीएम मोदी ने कहा कि हमें अपनी ताकतों को मिलाकर इसे संभालने की जरूरत है। हमें नक्सलवाद के सभी रूपों को हराना होगा – चाहे वह बंदूक चलाना हो या कलम चलाना, हमें उन सभी का समाधान खोजना होगा। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने एक देश एक यूनिफॉर्म पर भी जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि सभी राज्यों की पुलिस के लिए ‘वन नेशन, वन यूनिफॉर्म’ लाने के लिए विचार करना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि इस प्रक्रिया में समय लग सकता है, हो सकता है कि इसमें 5, 50 या 100 साल लगें लेकिन हमें इस पर विचार करना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इसे थोपना नहीं चाहिए बल्कि इस पर विचार करना चाहिए। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने देश की सुरक्षा के लिए केंद्रीय एजेंसियों और राज्यों के बीच बेहतर तालमेल पर भी जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा, ‘संविधान में भले कानून और व्यवस्था राज्यों का दायित्व है, लेकिन ये देश की एकता-अखंडता के साथ भी उतने ही जुड़े हुए हैं, हर एक राज्य एक दूसरे से सीखें, एक दूसरे से प्रेरणा लें.’
पीएम मोदी ने कहा कि कई बार केंद्रीय एजेंसियों को कई राज्यों में एक साथ जांच करनी पड़ती है, दूसरे देशों में भी जाना पड़ता है, इसलिए हर राज्य का दायित्व है कि चाहे राज्य की एजेंसी हो, चाहे केंद्र की एजेंसी हो, सभी एजेंसियों को एक-दूसरे को पूरा सहयोग देना चाहिए। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि स्मार्ट टेक्नोलॉजी से कानून-व्यवस्था स्मार्ट बनेगी।
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पीएम मोदी ने कहा कि साइबर क्राइम हो या फिर ड्रोन टेक्नोलॉजी का हथियारों और ड्रग्स तस्करी में उपयोग, इनके लिए हमें नई टेक्नोलॉजी पर काम करते रहना होगा। स्मार्ट टेक्नोलॉजी से कानून-व्यवस्था को स्मार्ट बना पाना संभव होगा।बीते कुछ सालों में केंद्र सरकार के स्तर पर कानून व्यवस्था से जुड़े कई बड़े सुधार हुए हैं, जिसने पूरे देश में शांति का वातावरण बनाने का काम किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गृह मंत्रियों का ये चिंतन शिविर सहकारी संघवाद का एक उत्तम उदाहरण है। हर एक राज्य एक दूसरे से सीखे, एक दूसरे से प्रेरणा लें, देश बेहतरी के लिए काम करे, ये संविधान की भी भावना है और देशवासियों के प्रति हमारा दायित्व है।
प्रधानमंत्री ने कहा, हमने 5G युग में प्रवेश किया। 5G के कई फायदे हैं और इसके लिए जागरूकता की भी जरूरत है। 5G के साथ, चेहरे की पहचान तकनीक, स्वचालित नंबर प्लेट पहचान तकनीक, ड्रोन और सीसीटीवी तकनीक में कई गुना सुधार होगा। फेक न्यूज़ पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि “कानून का पालन करने वाले नागरिकों की सुरक्षा और अधिकारों के लिए, नकारात्मक ताकतों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हमारी जिम्मेदारी है
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि देश के विरोध में जो ताकते खड़ी हो रही हैं जिस प्रकार हर चीज का उपयोग किया जा रहा है, सामान्य नागरिक की सुरक्षा के लिए, ऐसी किसी भी नाकारात्मक शक्तियों के खिलाफ कठोर से कठोर बर्ताव ही हमारी जिम्मेदारी है।