(प्रदीप कुमार) – भारत फ्रांस से 26 विशेष राफेल-M जंगी जहाज और तीन स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियां खरीदने की योजना बना रहा है। पीएम मोदी फ्रांस यात्रा के दौरान इस समझौते पर साइन कर सकते हैं।अनुमान है कि ये सौदा 90,000 करोड़ रुपए से अधिक के होंगे, लेकिन अंतिम लागत डील के लिए बातचीत पूरी होने के बाद ही स्पष्ट होगी
प्रधानमंत्री की फ्रांस यात्रा से ठीक पहले ‘रक्षा खरीद परिषद’ सौदे को औपचारिक मंजूरी देने के लिए बैठक करेगी। सूत्रों ने बताया कि रफाल एम पर विशेषज्ञों की सहमति बन चुकी है। रफाल एम फाइटर जेट समुद्री एरिया में हवाई हमले के लिए विशेष तौर पर डिजाइन किए गए हैं। इन्हें सबसे पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत पर तैनात किया जाएगा। अभी INS विक्रांत पर रूसी मिग-29 तैनात हैं, जो धीरे-धीरे सेवा से बाहर किए जा रहे हैं।दरअसल भारत सरकार पिछले 4 साल से INS विक्रांत के लिए नए फाइटर जेट खरीदने की योजना पर काम कर रही थी।
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दो साल पहले अमेरिकी बोइंग FA-18 सुपर हॉर्नेट और फ्रांसीसी रफाल एम में से किसी एक को चुनने की प्रक्रिया पर काम शुरू हुआ था। नौसेना ने पिछले साल गोवा में सुपर हॉर्नेट और रफाल एम को टेस्ट किया। दोनों फाइटर जेट्स की खूबियों और कमियों को लेकर ब्रीफ रिपोर्ट तैयार की गई।इंडियन डिफेंस एक्सपर्ट ने रफाल एम को INS विक्रांत की जरूरतों के हिसाब से फिट पाया है। हालांकि इंडिया एयरक्राफ्ट कैरियर पर तैनाती के लिए अपने LCA-नेवी विमान तैयार कर रहा है, लेकिन इसका पहला विमान 2030 तक बन पाएगा। तब तक के लिए नौसेना 26 रफाल एम खरीदना चाहती है।