(प्रदीप कुमार): कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को 17वें दिन मंगलवार को बिहार में भारी जनसर्थन देखने को मिला। दोपहर को पूर्णिया में महारैली हुई।दृश्यता कम होने के कारण कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे दिल्ली से महारैली में नहीं आ पाए तो उन्होंने वीडियो संदेश भेजकर रैली को संबोधित किया।
महारैली के दौरान वीडियो संदेश में कांग्रेस अध्यक्ष ने नाम लिए बगैर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज बिहार में मौकापरस्ती और लोभ-लालच की राजनीति हावी हो गई है। जो बिहार दुनिया को प्रकाश देता था, उसकी पहचान अब आयाराम-गयाराम की राजनीतिक प्रयोगशाला बन गई है। कोई रहे या जाए, कांग्रेस अपने उसूलों को छोड़ने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने किसी को धोखा नहीं दिया। किसी को सम्मान देने में कमी नहीं रखी। महागठबंधन की सरकार ने वर्षों से ठप विकास यात्रा को गति देने का प्रयास किया, तो यह मोदी और शाह को चुभ गया। उन्होंने बिहार के सम्मान और स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ किया।
खरगे ने आगे कहा कि बिहार के विकास के लिए यूपीए सरकार में दो लाख करोड़ रुपए दिया गया था। इससे छह पॉवर प्रोजेक्ट, नेशनल हाईवे, ग्राम सड़क योजना के तहत कई बड़े काम हुए। लेकिन मोदी सरकार ने बिहार के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया। बिहार को जो मदद मिलती थी, वह बंद हो गई। चुनाव से पहले एक लाख 15 हज़ार करोड़ रुपये देने की घोषणा मोदी जी ने पटना के गांधी मैदान में की थी, पर वो पैसा कहां गया, कोई नहीं जानता। बिहार ने 40 में से 39 सांसद भाजपा गठबंधन को दिए, लेकिन मोदी जी ने बिहार की जनता को इसके बदले में कुछ नहीं दिया, बिहार को पीछे ही धकेला।
मोदी सरकार द्वारा जांच एजेंसियों के दुरुपयोग पर खरगे ने कहा कि 2014 और 2019 के मुकाबले में आज कांग्रेस बहुत मजबूत स्थिति में है। इससे बेचैन भाजपा सहयोगी दलों को तोड़ने और उनमें दरार डालने में लगी है। ईडी, सीबीआई, और आईटी सभी जुटे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री लालू जी के परिवार को भी परेशान किया जा रहा है। झारखंड के मुख्यमंत्री के ऊपर भी ईडी का दुरुपयोग कर सरकार को अस्थिर करने का खेल खेला जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए लड़ा जाने वाला चुनाव होगा। वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि नीतीश कुमार पर थोड़ा सा दबाव पड़ता है तो वो यू टर्न ले लेते हैं।
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नीतीश कुमार के भाजपा के साथ जाने की वजह का इशारा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस और आरजेडी ने नीतीश कुमार से साफ कह दिया था कि उन्हें बिहार में जाति जनगणना करनी पड़ेगी। दूसरी तरफ भाजपा नहीं चाहती कि जातिगत जनगणना हो और जनता का ध्यान सामाजिक न्याय पर जाए। नीतीश कुमार बीच में फंस गए। इसलिए भाजपा ने नीतीश कुमार को बीच से निकलने का रास्ता दे दिया। उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को सामाजिक न्याय दिलाना हमारे गठबंधन की जिम्मेदारी है और इसके लिए हमें नीतीश कुमार की जरूरत नहीं है। जातिगत जनगणना को एक्स-रे की संज्ञा देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में कांग्रेस पांच न्याय की बात कर रही है। इसमें एक न्याय ‘भागीदारी न्याय’ है। इस सरकार में ओबीसी, दलित और आदिवासी वर्ग के लोगों की कोई भागीदारी नहीं है। हिंदुस्तान के किसी भी क्षेत्र में ओबीसी, दलित और आदिवासियों को न्याय नहीं मिल रहा है। समय आ गया है कि हिंदुस्तान का एक एक्स-रे किया जाए, ताकि पता चले कि इस देश में किसकी कितनी आबादी है। यह पता चले कि देश में किस वर्ग के कितने लोग हैं। देश में कितने गरीब और कितने अमीर हैं। यही सामाजिक न्याय का पहला कदम है।
राहुल गांधी ने कहा कि हजारों साल से बिहार देश को सामाजिक और आर्थिक न्याय की राह दिखा रहा है। महात्मा गांधी जी की तपस्या बिहार के चंपारण में शुरू हुई थी। देश में सामाजिक और आर्थिक न्याय से बड़ी कोई बात नहीं है। हिंदुस्तान के बेहतर भविष्य के लिए सामाजिक और आर्थिक न्याय बहुत जरूरी है।इस दौरान छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, शकील अहमद खान, मदन मोहन झा, तारिक अनवर, इमरान प्रतापगढ़ी, कन्हैया कुमार, मोहम्मद जावेद, गठबंधन के नेता अहमद अशफाक करीम, दीपांकर भट्टाचार्य, महबूब आलम, कुणाल समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि, किसानों से की मुलाकात इससे पहले राहुल गांधी ने मंगलवार सुबह महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर अररिया में उन्हें श्रद्धांजलि दी। राहुल गांधी ने किसान चौपाल के दौरान किसानों से उनसे जुड़े मुद्दों पर भी बात की।