दिल्ली में इस बार रक्षाबंधन पर भारत में बनीं राखियों की ज्यादा मांग

Raksha Bandhan- रक्षाबंधन एक ऐसा त्यौहार है जो पूरे देश को उत्साह से भर देता है।रक्षाबंधन भाई -बहन के प्यार का प्रतीक होता हैं । इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और यह भी कहा जाता है कि रक्षाबंधन पर भाई अपनी बहन से कलाई पर राखी बांधवा कर बहन की रक्षा करने का वचन देता हैं ।रक्षाबंधन से पहले भारत के लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। दिल्ली के सदर बाजार में लोगों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। दुकानदारों के मुताबिक, हर डिजाइन की राखियां थोक दरों पर उपलब्ध हैं और इस बार भइया-भाभी जोड़ी वाली राखी की भारी मांग है.Raksha Bandhan

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दीपा ग्राहक ने कहा हैं ये भईया-भाभी के जोड़े की होती है राखी। ये भईया-भाभी राखी होती है।चायनीज राखी पसंद करती हैं आप? चायनीज राखी नहीं, हमें तो ये अच्छा लग रही है।”

राखी बेचने वाले दुकानदारों का कहना है कि इस बार ग्राहक भारतीय राखी की मांग ज्यादा कर रहे हैं जिससे चाइनीज राखी का मार्केट पूर तरह खत्म होने के कगार पर आ गया है।राखी थोक विक्रेता राखी के जो कस्टमर हैं वो सूती की बनी राखी की मांग करते हैं और अच्छी इंडिया वाली राखी मांगते हैं। चाइनीज राखी की न कोई मांग है और न कोई उसे लेता है।

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हालांकि राखी विक्रेताओं का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले इस बार धंधा काफी मंदा है। राखियों का कारोबार वैसे तो अच्छा है लेकिन कुल मिलाकर इस बार राखी का काम मंदा रहा है। चारों तरफ बारिश का माहौल रहा जैसे उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और कई राज्यों में बारिश की वजह से बाजार बहुत मंदा रहा।

राखी के थोक विक्रेताजो माल बनाता था लाख रूपये का अगले साल वो बनाता है दो लाख रूपये का। ऐसे-ऐसे करके धीरे-धीरे जो छोटे व्यापारी, जो लेबर थी वो भी अपना-अपना बनाने लग गए। हम तो अपना-अपना बनाते थे साथ में लेबर भी बनाने लग गई तो माल की कोई खपत नहीं इस समय तक हम खाली रहते थे। अभी तक हम दुकान पर बैठे हैं।

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