sarvadaleey baithak- संसद के बजट सत्र से पहले सरकार की बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में मंगलवार को विभिन्न दलों के नेता शामिल हुए।रक्षा मंत्री और लोकसभा में उप-नेता राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी और उप-नेता अर्जुन राम मेघवाल ने बैठक में सरकार का प्रतिनिधित्व किया।
संसद भवन परिसर में हुई बैठक में कांग्रेस के के. सुरेश, टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय, डीएमके के टी.आर. बालू, शिवसेना के राहुल शेवाले, समाजवादी पार्टी के एस.टी. हसन, जेडीयू के राम नाथ ठाकुर और टीडीपी के जयदेव गल्ला शामिल हुए।राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि उन्होंने असम में राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा पर “हिंसक हमले” और उस पर राज्य सरकार के प्रतिबंधों का मुद्दा उठाया।
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उन्होंने बैठक के दौरान संवाददाताओं से कहा कि देश में ”अलिखित तानाशाही” कायम है। उन्होंने केंद्र सरकार पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और आरजे़डी सुप्रीमो लालू प्रसाद जैसे विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए सीबीआई और ईडी जैसी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
तिवारी ने कहा कि उन्होंने विपक्षी दलों से सलाह के बाद ये मुद्दे उठाए हैं।प्रत्येक सत्र से पहले एक बैठक बुलाने की प्रथा है। विभिन्न दलों के नेता उन मुद्दों को उजागर करते हैं जिन्हें वे संसद में उठाना चाहते हैं।इस बार संससद सत्र छोटा होगा। ये 31 जनवरी से नौ फरवरी तक चलेगा।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा चुनाव से पहले अंतरिम बजट पेश करने वाली हैं। नई सरकार पूर्ण बजट पेश करेगी।सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन से होगी।