(प्रदीप कुमार) – तंजानिया में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल (आईपीडी) का नेतृत्व कर रहे लोक सभा अध्यक्ष, ओम बिरला ने आज तंजानिया के प्रधानमंत्री, कासिम मजलिवा से मुलाकात की। इस अवसर पर बोलते हुए, ओम बिरला ने इस बात का उल्लेख किया कि जलवायु परिवर्तन जैसे वैश्विक मुद्दों के समाधान के लिए संयुक्त कार्रवाई की आवश्यकता है। ओम बिरला ने आगे कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में भारत और तंजानिया महत्वपूर्ण समुद्री देश हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों समुद्री राष्ट्रों के बीच ऐतिहासिक संबंध आपसी राजनीतिक समझ, शासन की लोकतांत्रिक व्यवस्था में दोनों देशों के गहरे विश्वास और बहुआयामी आर्थिक-वाणिज्यिक संबंधों के आधार पर विकसित हुए हैं। जुलाई 2016 में प्रधान मंत्री, नरेंद्र मोदी की तंजानिया यात्रा का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों में एक महत्वपूर्ण पड़ाव थी। ओम बिरला ने कहा कि आपसी संबंधों को और मजबूत और विकसित करने के लिए भारत दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय यात्राओं को जारी रखने के लिए तत्पर है।
इस बात का उल्लेख करते हुए कि तंजानिया में भारतीय मूल के लोग दोनों देशों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी की भूमिका निभाते हैं, ओम बिरला ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि भारतीय समुदाय के लोग सदियों से तंजानिया के लोगों के साथ मिलकर देश के आर्थिक विकास में योगदान दे रहे हैं। ओम बिरला ने यह विश्वास व्यक्त किया कि तंजानिया की विकास यात्रा में भारत एक विश्वसनीय भागीदार बना रहेगा। पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश में हुई वृद्धि का उल्लेख करते हुए, ओम बिरला ने कहा कि भारत तंजानिया में बंदरगाहों, स्वास्थ्य सेवाओं, कृषि-प्रसंस्करण और लघु उद्यमों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में निवेश कर रहा है। उन्होंने कहा कि तंजानिया और जंजीबार में भी जल क्षेत्र की परियोजनाएं चल रही हैं। ओम बिरला ने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि तंजानिया के छात्रों ने भारत के कई विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा प्राप्त की है।
दोनों समुद्री देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों के संदर्भ में ओम बिरला ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत और तंजानिया के बीच रक्षा क्षेत्र में साझेदारी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि पहली बार इस क्षेत्र में द्विपक्षीय रक्षा एक्सपो और क्षमता निर्माण के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम जैसी कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हम भविष्य में रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग और परस्पर साझेदारी बढ़ाने के लिए तत्पर हैं। जी20 में भारत के नेतृत्व के बारे में बोलते हुए ओम बिरला ने बताया कि इस क्रम में भारत की संसद इस वर्ष जी20 देशों की संसदों के अध्यक्षों के पी20 सम्मेलन का आयोजन भी करेगी। ओम बिरला ने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के नाते भारत इस मंच के माध्यम से वैश्विक मुद्दों के प्रभावी समाधान का प्रयास करेगा। इसके अलावा, कोविड के बाद की विश्व व्यवस्था में संबंधों को मजबूत करने, पर्यटन के विकास, स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे, संसदीय सहयोग और कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
*ओम बिरला ने तंजानिया के छात्रों के साथ बातचीत की*
भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए तंजानिया यात्रा के दौरान, ओम बिरला ने तंजानिया के पूर्व छात्रों के साथ बातचीत की। इस अवसर पर ओम बिरला ने कहा कि तंजानिया की विकास यात्रा में भारत हमेशा से एक विश्वसनीय भागीदार रहा है और रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय शिक्षा प्रणाली में समावेशी दृष्टिकोण और सुनिश्चित अकादमिक और कैरियर विकास की संभावना है जिससे प्रभावित होकर दुनिया भर के छात्र भारत में अध्ययन करने के लिए आते हैं।
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*लोक सभा अध्यक्ष ने तंजानिया में भारतीय व्यापार समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की*
ओम बिरला ने भारतीय व्यापार समुदाय के सदस्यों से भी मुलाकात की और उन्हें भारत सरकार द्वारा कारोबार के लिए प्रदान किए जा रहे अनुकूल माहौल के बारे में जानकारी दी । ओम बिरला को बताया गया कि तंजानिया में कारोबारी समुदाय को भारत सरकार से समर्थन और सहयोग मिल रहा है।ओम बिरला को यह भी बताया गया कि व्यापार समुदाय के अधिकांश सदस्य शिक्षा के लिए भारत आते हैं और फिर व्यापार और निवेश के लिए तंजानिया वापस आ जाते हैं।ओम बिरला ने आश्वासन दिया कि उनकी भावनाओं से सरकार को अवगत कराया जाएगा।